ऐसी विधानसभा जहाँ से जीतने वाले प्रत्याशी के पार्टी की बनती है सरकार
उत्तर प्रदेश में एक ऐसी विधान सभा है जहाँ जीतने वाले प्रत्याशी के पार्टी की ही सूबे में सरकार बनाती है | इसको कुदरत का करिश्मा ही कहा जाय या मात्र इत्तफाक। इतिहास अपने को दोहराता है ये कहावत वर्षो से चली आ रही है जिसका जीता जागता उदाहरण बस्ती में देखने को मिलता है जी हा यहाँ एक ऐसी विधानसभा है जिससे जीतने वाला विधायक ही सूबे में अपनी सरकार बनाता है ये बात बस्ती जिले के पूर्व में नगर पूरब व वर्त्तमान में अब महादेवा विधान सभा के नाम से जाना जाता है | यह विधान सभा आजादी से अब तक लगभग सुरक्षित सीट रही है और यहाँ से जिस पार्टी का विधायक चुनाव में जीतता है प्रदेश में वही पार्टी सरकार बनाती है| इसे जानने लिए इतिहास के आकड़ो पर नजर डालना लाजिमी होगा। बात 2012 की बात जाये तो इस सुरक्षित सीट से सपा से जीतकर आये वर्तमान विधायक आज सूबे में मंत्री हैं। मुलायम सिंह यादव के विश्वास पर खरे उतरे रामकरन आर्या की पार्टी ने सूबे में अपनी सरकार बनाई। इसी तरह 2007 में बसपा के उम्मीदवार दुधराम ने महादेवा से जीतकर आये और प्रदेश में बहुजन समाज वादी पार्टी की सरकार बनी। २००२ में सपा से दूसरी बार जीतकर आये रामकरन ने मुलायम की अगुवाई में अपनी सरकार बनाई। इसी तरह 1996 में वेद प्रकाश ने बसपा से अपना परचम लहराकर अपनी सरकार बनाई।
1993 में रामकरन ने पूरब से जीतकर यूपी में अपनी पार्टी की सरकार बनाई। बात 1999 की जाये तो भाजपा के बैनर चुनाव लड़कर स्व वेद प्रकाश ने जीत दर्ज की और कल्याण सिंह मुख्य मंत्री बने। 1979 में पहली बार जनता दल से चुनाव लड़ने वाले रामकरन आर्या विजयी रहे और और गठबंधन से जनता दाल की सरकार बनी।अगर आंकड़े देखें जायें तो पिछले दशक में महादेवा विधान सभा से सबसे ज्यादा जीत रामकरन आर्य को मिली है वही इस सीट पर एक बार बीजेपी और एक बार बहुजन समाज वादी पार्टी के प्रत्यशियों को जीत मिली है। और आप को बता दें कि आज तक महादेवा विधान सभा के किसी स्थानीय नेता को जनता ने महादेव विधान सभा से मौका नहीं दिया । 2017 को देखते हुये महादेवा विधान सभा पर सभी पार्टियां नजर जमाये हुयी हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि अभी तक यहाँ की जनता ने कभी किसी स्थानीय को नहीँ चुना है अभी तक सभी प्रत्याशी बाहरी विजयी रहे है । 2017 में अपनी सरकार बनाने के लिए इस समय सपा से राज्यमंत्री रहे रामकरन आर्य ,भाजपा से रवि सोनकर बसपा से दुधराम , आर एल डी से लवकुश राना पीस पार्टी व निषाद से गोवर्धन सोनकर फ़िलहाल मैदान में है । मुख्य मुकाबला रवि सोनकर भाजपा , बसपा से दुधराम , व सपा से राम करन आर्य के बीच है । अन्य उम्मीदवार किसी का भी गणित बिगाड़ सकते है ।
Report- Rakesh Giri
Mahadeva ki seat se jitne wala pratyasi bada bhagyashali hai. Yeh kudrat ka karishma. ascharya janak hai. Lekin ankade rochak hai.