रंगदारी देने से मना करने पर जेई की पिटाई ,लेकिन पुलिस खामोश
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भले कहते हो कि काम बोलता है लेकिन यंहा तो गुंडों का काम बोल रहा है , जी हाँ इतने कड़े शब्दों का इस्तेमाल हम इसलिए कर रहे है क्योकि कानून व्यवस्था का आलम यह है कि आम आदमी तो छोड़िये यहाँ तो सरकारी कर्मचारियों की भी सुनवाई नहीं हो रही है , वह भी तब जब उनका खुद का कोई विवाद नहीं है बस सरकारी काम करते हुए रंगदारी न देने की गलती की है | अब पुलिस सुन नहीं रही है सरकारी कर्मचारी थाने से लेकर पुलिस और प्रशाशनिक अफसरों के चक्कर लगा रहा है और उस स्लोगन को बेबसी से निहार रहा है जिस पर लिखा है काम बोलता है |
यह है मामला
दरअसल यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का है | यहाँ के ग्राम नाडर के मजरा जगदीशपुर में विधायक निधि से एक बारातघर का निर्माण किया जा रहा है | जिसकी निर्माण इकाई खंड विकास अधिकारी मछरहेटा है | इसी निर्माण कार्य के निरीक्षण के लिए विभागीय जेई अजय आज़ाद गए थे | उसी समय स्थानीय गाँव के दबंग परिक्रमा सिंह पहुंचे और रंगदारी की मांग की | जेई अजय के अनुसार परिक्रमा ने कहा उनके क्षेत्र में काम होना है तो पैसे तो देने ही पड़ेंगे | जब पैसे देने के लिए जेई ने मना किया तो परिक्रमा ने अपनी दबंगई का नमूना दिखा दिया | पहले भद्दी -भद्दी गालियाँ दी गई उसके बाद पिटाई | काम कर रहे मजदूरों ने तो बीच -बचाव किया लेकिन ठेकेदार साहब ऐसे खामोश रहे मानो मन माँगी मुराद मिल गई हो | अब आप समझ गए होंगे कि यूपी में काम के बल पर चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव को कुछ लोग कैसे पलीता लगा रहे है | दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि पुलिस जिसको किसी घटना की तहरीर मिलते ही दर्ज कर लेना चाहिए और उसके बाद विवेचना करनी चाहिए थी वह मुकदमा तो दर्ज करना दूर पीड़ित जेई की बात सुनना तक गंवारा नहीं कर रही है | यह उस समय हो रहा है जब यूपी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगी है और सत्ताधारी नेताओं का भी कोई परोक्ष दबाव नहीं है | बावजूद इसके कारवाई के नाम पर पुलिस की भूमिका महज मूकदर्शक भर है | यह यूपी पुलिस के लिए शुभ संकेत नहीं है और इस तरह के व्यवहार से उसकी छवि पर भी सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ने वाला | जरुरत है शीर्ष पुलिस अधिकारियों के संज्ञान लेने की जिससे मित्र पुलिस की सही परिकल्पना साकार हो सके|
डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने भी खोल दिया है मोर्चा
इस घटना को लेकर डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने भी मोर्चा खोल दिया है | संघ ने आपात बैठक बुलाकर जेई अजय के साथ घटी घटना की निंदा की है और जिलाधिकारी और एसएसपी को पत्र भेजकर मुकदमा दर्ज करने और कठोर कारवाई की मांग की है | संघ ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि जेई अजय के साथ घटी घटना के बाद अब सभी कर्मचारियों में भय व्याप्त है और इसके चलते सुचारू रूप से काम नहीं हो सकता है | अब देखना है कि अधिकारी संज्ञान लेते है या गुंडों का काम यूँ ही अखिलेश यादव के काम पर भारी पड़ता रहेगा |