आखिर क्यों बबुआ बुआ की गोद में बैठने हो हुए तैयार
बबुआ यानि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जो अपनी हर सभा में बुआ यानि बसपा सुप्रीमो मायावती की जमकर बुराई करते थे और उनपर भाजपा के साथ गठबंधन करने का आरोप लगते थे आखिर आज खुद मायावती से गठबंधन करने को तैयार हो गए है | अखिलेश के इस बयान ने यह साफ कर दिया है कि वह जीत के प्रति भरोसा नहीं नहीं | हालांकि अखिलेश यादव ने कहा की 11 मार्च का चुनावी नतीजा उनके पक्ष में आएगा लेकिन अगर किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो वे राष्ट्रपति शासन की जगह मायावती से हाथ मिलाना पसद करेंगे| अखिलेश की इस बात से उनके ऊपर खुद सवाल खड़ा हो जाता है कि क्या यूपी में भी बीजेपी के डर से महागठबंधन होगा ? आपको बता दे बिहार में वह की सबसे बड़ी पार्टी JDU और RJD के साथ साथ कांग्रेस ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था
जिसका नुकशान बीजेपी को उठाना पड़ा था और बीजेपी को बिहार में हार का सामना करना पड़ा था | वैसे तो समाजवादी पार्टी ने यूपी में कांग्रेस से गठबंधन करके रखा है पर उसका कुछ खास फायदा होता नहीं दिख रहा है लिहाजा अखिलेश अब मायावती के साथ भी गठबंधन करने की बात कर रहे है | और गठबंधन का सबसे बड़ा कारण बीजेपी को रोकना है | अखिलेश यादव ने दो टूक कहा कि हम नहीं चाहते कि यूपी को बीजेपी रिमोट कंट्रोल से चलाए| पर सवाल वह भी खड़ा होता है कि क्या मायावती गठबंधन करेंगी ? मायावती के करीबी लोगों का दावा है कि बहनजी गठबंधन नहीं करेंगी | अब यह चुनाव का नतीजा आने के बाद ही साफ़ होगा की क्या मायावती समाजवादी पार्टी का दामन थमेंगी या नहीं |