घर के चिराग और मुखिया का शव देख रो पड़ा हर शख्स
बलिया- यह ठीक है कि होनी को कोई टाल नहीं सकता। बावजूद इसके विधाता कभी-कभी ऐसी स्थिति ला खड़ा करता है कि लोग उसे कोसने को मजबूर हो जाते है। हम बात कर रहे है गुरुवार को सहतवार थाना क्षेत्र के सुरहियां में हुए उस सड़क हादसे की, जिसमें पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गयी थी। हादसे के बाद वह परिवार पूरी तरह टूट गया है, जिसके मुखिया के साथ ही भविष्य का मुखिया भी विधाता ने छीन लिया है। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को जब पिता-पुत्र का शव परिजनों को पुलिस ने सौंपा, उन्हें काठ मार गया। परिवार वाले समझ नहीं पा रहे थे कि वे करें तो क्या करें? विधाता ने एक साथ बाप-बेटे की अर्थी उठाने की सजा क्यों दी?
काल कब किस को किस रूप में मार दे, किसी को पता नहीं। गुरुवार को सहतवार-बांसडीह मुख्य मार्ग पर सुरहियां कोल्ड स्टोरेज के सामने हुए दर्दनाक सड़क हादसे में बाइक सवार तीन लोगों की मृत्यु से मृतक के परिजन ही नहीं बल्कि पूरा गांव गमगीन हो गया है। सुरहिया कोल्ड स्टोरेज के सामने स्कार्पियो द्वारा बाइक को टक्कर मरने की वजह से सहतवार थाना क्षेत्र के महाराजपुर निवासी राजनारायण साहनी तथा उनका पुत्र चंदन साहनी एवं सुदेश्वर चौधरी असमय ही काल के गाल में समा गए। एक ही परिवार के दो अहम सदस्य राज नारायण तथा उनके बड़े पुत्र चंदन की मृत्यु परिवार पर कहर बनकर टूट पड़ा है। राजनारायण के अन्य दो लड़के जनार्दन विदेश में तथा धनजी दिल्ली में रहते हैं। बेटी संगीता की शादी हो चुकी है। छोटी बेटी रानी और उसकी माता का रोते-रोते बुरा हाल है। उधर, सुदेश्वर के दो लड़के शिव जी तथा दीपू पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। चार लड़कियों में तीन की शादी हो चुकी है।
Report- Radheyshyam Pathak