जल्द वतन लौटेगा इटली में फंसा बलिया का शंभू, पत्नी पहुंची दिल्ली
बलिया से लीबिया गया युवक किसी तरह वहां से अपनी जान बचा कर इटली पहुंचा. बलिया के थाना उभांव में रहने वाला शंभू शर्मा लीबिया कमाने के लिए गया था लेकिन वहां पर जब हालात ख़राब हो गए तो वह वहां से निकल आया. अब उसको इटली से अपने वतन लाने के लिए उसकी पत्नी व बच्चों ने दिल्ली पहुंचकर विदेश मंत्रालय से उसको वतन लाने की गुहार लगाई है. विदेश मंत्रालय के दखल के बाद भारतीय दूतावास ने इस मामले में सीधे इटली दूतावास से संपर्क किया. इटली दूतावास को पूरी जानकारी देने के बाद अब शंभू के वतन लौटने की उम्मीद बढ़ गयी है.
शंभू को वतन वापस लाने के लिए समाजसेवी व जनअधिकारी पार्टी के यूपी प्रभारी फजील अहमद ने अहम भूमिका निभाई. फजील जी से जब हमने बात किया तो उन्होंने बताया की विदेश मंत्रालय ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही शंभू की वापसी हेतु पासपोर्ट उपलब्ध करा दिया जाएगा और उसे सरकारी खर्चे पर वापस लाया जाएगा।
शंभू का पांच साल से चल रहा है बनवास
बलिया से लीबिया शंभू शर्मा 27 जुलाई 2012 को कमाने के लिए गया था. जहाँ उसे अल्सरा कंपनी में काम करना था. लेकिन वहां के घरेलू हालात बिगड़ गए जिसके बाद वह 26 सितंबर 2013 को लिबिया छोड़कर इटली चला गया. इसी बीच उसके साथ कुल छह लोगों का पासपोर्ट चोरी हो गया. जिसके बाद से वह वापस वतन लौटने की कई कोशिश कर चुका है लेकिन उसमे वह सफल नहीं हो सका है.
शंभू के परिवार का बुरा हाल
अगर बात करे शंभू के परिवार की तो उसके परिवार में उसकी पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां है. बिना पति के सरस्वती कैसे जी रही है यह वही जानती है. तो वही शंभू के बेटे सूरज का कहना है कि उसने केवल 5 सालों से अपने पिता की आवाज ही सुनी है और पिता का चेहरा भी अब ठीक से याद नहीं है. वही शंभू की बेटियों का भी बुरा हाल है वे जब भी अपने पिता को याद करती है तो उनकी आँखों में आंसू आ जाते है.