तो मुस्लिमों को न दी जाय हज सब्सिडी..!
क्या मुस्लिमों को हज जाने के लिए सब्सिडी नहीं चाहिए ? इस पर लंबे समय से बहस चल रही है। लेकिन ए आई यम आई एम के अध्यक्ष असादुद्दीन ओवैसी ने आज साफ कर दिया की केंद्र सरकार को मुस्लिमों को हज पर दी जाने वाली सब्सिडी तुरंत बंद कर देनी चाहिए । इस पैसे को मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा पर खर्च किया जाना चाहिए। इससे मुस्लिम लड़कियों का विकास होगा आज सबसे अधिक अशिक्षित मुस्लिम लड़कियां हैं। इसलिए हज सब्सिडी के पैसे को उनकी तालीम पर खर्च किया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि हज यात्रियों को लाने ले जाने के लिए सऊदी एयरलाइंस और एयर इंडिया को ही अधिकृत किया गया है । जिससे यह हज यात्रियों से मोटा पैसा वसूलती हैं । हज यात्रियों को दी जाने वाली अधिकतर सब्सिडी का पैसा इंडियन एयरलाइंस को चला जाता है । लिहाजा हज पर दी जाने वाली सब्सिडी तुरंत बंद कर दी जाए । ओवैसी ने कहा कि पहले लोग हज करने पैदल नदी नालों को पार करते हुए जाते थे या ऊंट अथवा खच्चर से जाया करते थे। पहले के मुकाबले अब तो बहुत से साधन हो गए हैं लिहाजा लोगों को हज करने जाने के लिए अब कोई परेशानी नहीं होगी । हालांकि हज सब्सिडी के बारे में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में भी सरकार को आदेशित किया है । वही सरकार का मानना है की हज सब्सिडी से गरीब मुस्लिमों को हज जाने में सहूलियत होती है।
इससे इत्तर कुछ लोग हज सब्सिडी पर अपना हक समझते हैं लेकिन आम मुसलमान नहीं जानते कि दूसरों के पैसे से या सरकारी इमदाद से हज नहीं किया जाता। कहा जाता है कि ऐसा करने वाले को हज का शबाब नहीं मिलता । वहीं दूसरी तरफ कुछ मुस्लिम धर्मगुरु असदुद्दीन ओवैसी के बयान को यूपी चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं । लेकिन उनका कहना है कि ऐसे बयानों से ओवैसी का कोई भला होने वाला नहीं है । वही केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहां है की ओवैसी के बयान के बाद सरकार इस पर मुस्लिम समाज के कुछ और संगठनों और लोगों से बात कर विचार करेगी इसके लिए एक कमेटी भी बना दी गई है।
आपको बता दें कि हज सब्सिडी देने वाला भारत दुनिया का इकलौता देश है। यहां तक की खुद सऊदी अरब में भी हज सब्सिडी नहीं दी जाती है। इसीलिए इस पर सवाल भी उठते रहे हैं और यह विवाद का विषय भी बनता रहा है। लेकिन सरकार को उन गरीब मुस्लिमों के बारे में भी सोचना होगा जो खुद इतने सक्षम नहीं है की अपने पैसे से हज कर सके।