पिता की ऐसी करतूत सुनकर रह जाएंगे दंग ,रिश्ता हुआ शर्मसार
बेटी के बारे में कहा जाता है कि देवालय में बजते शंख की ध्वनि है बेटी,देवताओं के हवन यज्ञ की अग्नि है बेटी। खुशनसीब हैं वो जिनके आँगन में है बेटी,जग की तमाम खुशियों की जननी है बेटी. माँ बाप के जीवन मैं बेटी का बसेरा होता है और कल किसी और के आँगन मैं ठिकाना बनता है . बावजूद इसके अगर पिता ही मासूम बेटी के लिए दरिंदा बन जाय तो ऐसे पिता को आप क्या कहेंगे . जो पिता अपनी बेटी के लिए जीवन भर फिक्रमंद रहता है उसकी खुशी और सुरक्षा की चिंता करता है वही पिता इतने नीचे कैसे गिर सकता है .लेकिन यूपी के प्रतापगढ़ जिले में ऐसा ही कुछ हुआ है .
प्रतापगढ़ नगर कोतवाली के गड़ई चकदेईया की निवासी एक महिला ने अपने पति पर जो आरोप लगाए है वह शर्मसार करने वाले है . उसने अपने पति पर 9 साल की बेटी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप जड़ दिया उसने अपनी बेटी की तरफ से प्रतापगढ़ पुलिस से शिकायत की है .बताया जाता है कि सीओ सदर बेद प्रकाश सिंह के निर्देश के बाद नगर कोतवाली में आरोपी पिता चन्दन सिंह के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है . सूत्रों के अनुसार वह फरार बताया जा रहा है .अब पीड़ित महिला को अपने पति और एक बेटी को अपने पिता के खिलाफ न्याय मिलने की उम्मीद है . लेकिन ज़रा सोचिये एक पत्नी और एक मासूम बेटी के दिल पर क्या बीत रही होगी जो उसके खिलाफ संघर्ष कर रही है जिसे वह अपना सबसे बड़ा सहारा समझ रही थी ..लिहाजा जरुरत है समाज को भी आगे आने की और ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सामाजिक चेतना जगाने की | दावे तो बहुत होते है बेटी बचाने के पर वो हममे और आपमें से ही होते है जो ऐसा करते है | जरुरत है समाज को परिवर्तन लाने की |
प्रतापगढ़ नगर कोतवाली के गड़ई चकदेईया की निवासी एक महिला ने अपने पति पर जो आरोप लगाए है वह शर्मसार करने वाले है . उसने अपने पति पर 9 साल की बेटी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप जड़ दिया उसने अपनी बेटी की तरफ से प्रतापगढ़ पुलिस से शिकायत की है .बताया जाता है कि सीओ सदर बेद प्रकाश सिंह के निर्देश के बाद नगर कोतवाली में आरोपी पिता चन्दन सिंह के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है . सूत्रों के अनुसार वह फरार बताया जा रहा है .अब पीड़ित महिला को अपने पति और एक बेटी को अपने पिता के खिलाफ न्याय मिलने की उम्मीद है . लेकिन ज़रा सोचिये एक पत्नी और एक मासूम बेटी के दिल पर क्या बीत रही होगी जो उसके खिलाफ संघर्ष कर रही है जिसे वह अपना सबसे बड़ा सहारा समझ रही थी ..लिहाजा जरुरत है समाज को भी आगे आने की और ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सामाजिक चेतना जगाने की | दावे तो बहुत होते है बेटी बचाने के पर वो हममे और आपमें से ही होते है जो ऐसा करते है | जरुरत है समाज को परिवर्तन लाने की |