मनोज सिन्हा होंगे यूपी के नए मुख्यमंत्री ! जानिये क्यों मोदी ने चुना
यूँ तो मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए विधायको की पार्लियामेंट की बैठक शनिवार को लखनऊ में होगी । लखनऊ में 4 बजे यह बैठक बुलाई गई है । सूत्रों की माने तो इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या उनके नाम का प्रस्ताव करेंगे । उसके बाद औपचारिक रूप से 5 बजे शनिवार को उनके नाम का एलान कर दिया जाएगा । बताया जाता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोज सिन्हा के नाम पर सहमति दे दी है । बताया यह भी जा रहा है कि संघ के भैया जी जोशी समेत तमाम नेताओ को इस फैसले की जानकारी दे दी गई है । वंही मुरली मनोहर जोशी के जरिये संघ से सीधे तौर पर संपर्क भी साधा गया है । आपको बता दे कि संघ के अधिकतर लोग कोयम्बटूर में एक सम्मलेन में है । लिहाजा वंही पर सबसे बात कर आख़िरी मुहर लगाने पर बात की जा रही है । मनोज सिन्हा प्रधानमंत्री के करीबी भी है और वह मनोज सिन्हा की तारीफ़ भी करते रहे है । इसके अलावा मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुने गए है जो प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र के करीब ही है ।
इस आधार पर मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए मनोज सिन्हा
मनोज सिन्हा भूहिंहार जाति से आते है । वह बीएचयू में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे है । भूहिंहार वोट बिहार सीमा पर तो अधिक है लेकिन यूपी में इनकी आबादी कम ही है । यही बात मनोज सिन्हा के खिलाफ शुरू में जा रही थी लेकिन बाद में यही बात मनोज सिन्हा के लिए तुरुप का इक्का साबित हुई । दरअसल यूपी में जो जातीय समीकरण है उसके हिसाब से किसी क्षत्रिय को मुख्यमंत्री बनाने पर पंडित और पिछड़ा वर्ग दोनों नाराज हो सकता था यही बात बड़े वोट बैंक वाली जातियो के साथ भी थी । इसीलिये मनोज सिन्हा के नाम का चयन हुआ । मनोज सिन्हा कभी विवादों में नहीं रहे है और साफ़ सुथरी छवि के साथ बेहद ईमानदार भी माने जाते है । उनका घर आज तक कच्चा ही है । इसके अलावा काम के मामले में उनकी छवि बेहद अच्छी है । यही सबसे बड़ी वजह रही की पीएम मोदी ने उनके नाम का चयन यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में चुना है ।