पुलिस हिरासत में युवती ने इसलिए खाया जहर ,अब लड़ रही है मौत से जंग
तमान कोशिशों के बाद भी पुलिस की कार्यशैली बदलने का नाम नही ले रही है। आलम ये है कि एक बार फिर पुलिस सत्ताधारी नेताओं के दबाव में काम कर रही है। ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का है जहां पूछताछ को लाई गई एक युवती की हालत बिगड़ गई। आशंका व्यक्त की जा रही है कि बेज्जती से नाराज युवती ने कोई विषाक्त पदार्थ खा लिया है। गंभीर हालत में महिला को जिला में भर्ती कराया गया है। युवती 2012 में पीस पार्टी से विधान सभा चुनाव भी लड़ चुकी है। घटना तिलहर थाना क्षेत्र की है यहां सीमा वर्मा नाम की युवती पर एक बीजेपी छुटभैया नेता ने फर्जी चेक देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की थी। एक सत्ताधारी बीजेपी नेता के इशारे पर पुलिस ने युवती को उसके घर से अपराधियों की तरह पकड़ा और गाड़ी में डाल लिया।
परिजनों को आरोप है कि पुलिस ने युवती के साथ मारपीट और उसे घसीट कर पुलिस की गाड़ी में डाला गया। आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसी बात से नाराज युवती कोई विषाक्त पदार्थ खा लिया जिससे उसके मुहं से झाग निकलने लगा। युवती की हालत बिगड़ते देख पुलिस के हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में युवती को जिला अस्पातल में भर्ती कराया। खास बात ये थी कि खुद पुलिस टीम को ये नही मालुम की युवती को किस मामले में हिरासत में लिया गया। फिलहाल गंभीर हालत में महिला अस्पाताल में भर्ती है। वही पुलिस के आलाधिकारियो ने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है। वहीं डाक्टर युवती को मेडिकल निगरानी में रखे हुए है। ऐसे में इस बात से भी इनकार नही किया जा सकता कि यूपी पुलिस अभी भी सुधरने का नाम नही ले रही है।
परिजनों को आरोप है कि पुलिस ने युवती के साथ मारपीट और उसे घसीट कर पुलिस की गाड़ी में डाला गया। आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसी बात से नाराज युवती कोई विषाक्त पदार्थ खा लिया जिससे उसके मुहं से झाग निकलने लगा। युवती की हालत बिगड़ते देख पुलिस के हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में युवती को जिला अस्पातल में भर्ती कराया। खास बात ये थी कि खुद पुलिस टीम को ये नही मालुम की युवती को किस मामले में हिरासत में लिया गया। फिलहाल गंभीर हालत में महिला अस्पाताल में भर्ती है। वही पुलिस के आलाधिकारियो ने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है। वहीं डाक्टर युवती को मेडिकल निगरानी में रखे हुए है। ऐसे में इस बात से भी इनकार नही किया जा सकता कि यूपी पुलिस अभी भी सुधरने का नाम नही ले रही है।