बलिया में फर्जी तरीके से वसीयत करना पड़ा भारी, डीएम ने किया सस्पेंड
बलिया- कहते है फर्जीवाड़ा करने के लिए भी दिमाग चाहिए होता है और अपनी गर्दन बचा कर ही ऐसा करना चाहिए. मामला जिले की सदर तहसील क्षेत्र के भरौली का है. सदर तहसील में सम्बद्ध रजिस्ट्रार कानूनगो व तत्कालीन राजस्व निरीक्षक फेफना चंद्रदेव ने फर्जी तरीके से एक वसीयत कर दी. जिसके बाद जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया है. जिसके बाद दे ही तहसील प्रशासन में हड़कम्प मच गया है.
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
फर्जी तरीके से वसीयत करने के लिए चंद्रदेव ने सारे नियम कानून को ताक पर रख दिया. वह यह तक भूल गए कि उनके अधिकार क्या है और वह क्या कर सकते है. जिस गाँव भरौली की वसीयत की गयी वह राजस्व निरीक्षक सोहांव के क्षेत्र में आता है जबकि इसको राजस्व निरीक्षक फेफना द्वारा कर दिया गया था. मतलब जो उनके अधिकार में ही नहीं था वैसा काम किया गया. इसके बाद आपको एक और चौकाने वाली बात बताते है. जिसकी वसीयत की गयी उसका मामला तहसीलदार न्यायालय में चल रहा था. जो की अभी विचाराधीन है. ऐसे में उसपर बिना निर्णय आये कुछ किया ही नहीं जा सकता था लेकिन कानून को ताक पर रखते हुए राजस्व निरीक्षक ने कम्प्यूटर में वरासत दर्ज कर दिया गया. वह भी अन्य क्षेत्रों के लेखपालों से रकबा आदि चढ़वाकर. इसके साथ ही इस मामले में किसी प्रकार की दाखिल खारिज सम्बन्धी रिपोर्ट भी तहसीलदार के अहलमद द्वारा दर्ज नहीं की गई है. जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच कराई. दोषी पाए जाने पर सदर तहसील राजस्व निरीक्षक फेफना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। आपको बता दे कि इस मामले में दो लेखपाल पहले से ही निलंबित हो चुके हैं.
Report- Radheyshyam Pathak