धर्मसभा का एलान ,अक्षयतृतिया से अयोध्या में शुरू होगा राम मंदिर निर्माण ,बलिदानियों की होगी कारसेवा !
जिस राम मंदिर मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी फर्श से अर्श तक पहुंची वही मुद्दा अब उसके लिए फांस बनने जा रहा है । 2019 के पहले अयोध्या में राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर उफान पर होगा इसके लिए सरकार को अल्टीमेटम भी दे दिया गया है कि या तो आप 1 साल के भीतर राम मंदिर को लेकर कानून बनाओ नहीं तो अक्षय तृतीया से बलिदानियों का जत्था राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरु कर देगा इसके मायने यहां है की सरकार पर दबाव बनाने की पूरी तैयारी है और अगर ऐसी स्थिति आती है तो सरकार का धर्म संकट में फंसना भी तय है ।
धर्मसभा या सरकार के लिए धर्मसंकट
बाबरी विध्वंश केस में आरोपियों और कार सेवको के साथ तत्कालीन समय में शिवसेना में रहे पदाधिकारियो ने अयोध्या में धर्म सभा का आयोजन किया । इस धर्मसभा में प्रस्ताव पारित किया गया कि आगामी रामनवमी के पहले केंद्र सरकार राममंदिर को लेकर कानून बनाये नही तो अक्षय तृतीया के दिन कारसेवक अयोध्या पहुचेगे और राम मंदिर निर्माण का कार्य खुद शुरू कर देंगे ।
अयोध्या में हुई इस धर्मसभा में साधू संत , रिटायर्ड पुलिस अफसर , बसपा सरकार में रहे पूर्व राज्य मंत्री के साथ कई जिले से आये लोगो ने भाग लिया । इसमें विवादित बोलो की झड़ी लग गई तथा राम मंदिर के लिए आगे आने के लिए लोगो को ललकारा गया । केंद्र और प्रदेश की सरकार को अपनी सरकार बताया गया तो आगामी रामनवमी तक क़ानून न बनाने पर खुद ही अक्षय तृतीया से कारसेवा कर राम मंदिर निर्माण की चेतावनी भी दे दी गई | राष्ट्रीय शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष भारतनाथ शुक्ला ने कहा कि श्री राम के देश में राम मंदिर बनाना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है | इसके लिए हम भारत सरकार पर दबाव बना रहे है की जिस तरह शाहबानो केस में , नौकरियों में आरक्षण के तर्ज पर नौकरियों में संशोधन किया गया उसी तरह आप संबिधान का संशोधन करे . जिस तरह सरदार बल्लभ भाई पटेल ने मंदिर बनवाया उसी तरह आप संबिधान में संशोधन करे |
धर्मसभा की अध्यक्ष प्रसिद्ध कथावाचक सुनीता शास्त्री ने कहा कि इस धर्म सभा में हम लोगों ने निर्णय लिया है कि सरकार पूर्ण बहुमत में आ चुकी है सुप्रीम कोर्ट का इंतजार करने की जरूरत नहीं है वह इसके लिए कानून बनाकर राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण करें यही हम लोग यहां से सरकार को पत्र भेज रहे हैं और इसको वहां स्वीकार करें| वंही धर्मसभा के आयोजक और बाबरी विध्वंश के आरोपी संतोष दूवे ने एलान किया कि इस धर्म सभा में यह प्रस्ताव हुआ है कि राम जन्मभूमि जहां रामलला विराजमान है वहां भव्य राम मंदिर निर्माण हो । इसके लिए सरकार के पास 1 साल का समय है ।इसके भीतर सरकार राम मंदिर निर्माण कराए ।अब सरकार का कोई बहाना नहीं चलेगा । आप मंदिर बनाइए हमें राम लला का मंदिर चाहिए जिसके लिए हम सारे लोगों ने देशवासियों ने हजारों कारसेवकों ने अपना बहुत कुछ गंवाया है नहीं तो अक्षय तृतीया को यह काम हम लोग स्वयं शुरू करेंगे सरकार चाहे एक्शन करें या रिएक्शन करें हमें कोई चिंता नहीं है राम मंदिर निर्माण के लिए हम लोग कटिबद्ध है और पूरे देश को जगाया जा रहा है हम इनके भरोसे में बैठेंगे नहीं हमें विश्वास नहीं है यद्यपि हमारे लोग हैं फिर भी उन्हें मौका मिलना चाहिए वह कहते हैं राज्यसभा में अभी हमारा बहुमत नहीं है नवंबर में चुनाव होना है उसको पूरा हो जाने दीजिए इसके बाद हम आपको फिर 6 महीने का समय मिलता है अगले वर्ष मार्च महीने में रामनवमी आती है रामनवमी के दिन से यदि मंदिर निर्माण शुरू नहीं होता है तो उसके 15 दिन एक महीने बाद अक्षय तृतीया आती है हमने ज्योतिषियों से भी जानकारी ली है हमारे गुरुजनों ने भी बताया है पूरे देश में घूमकर इसी तिथि को लाखों कारसेवकों को इकट्ठा किया जाएगा और अब हमें तिलक तलवार की चिंता नहीं है हमें लाठी गोली की चिंता नहीं है मंदिर बनाएंगे या सरकार बना दें तो अच्छा है कानून के माध्यम से बनाएं या और भी विकल्प है हम तो उनके पुराने सहयोगी है साथी हैं आगे भी रहेंगे हमेशा के लिए रहेंगे लेकिन अगर मंदिर नहीं बना तो इसके लिए उन्हें सावधान रहना चाहिए सावधानी हटेगी तो दुर्घटना घटेगी हम रुकने वाले नहीं हैं |
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