राम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण को मूर्त रूप देने की तैयारी शुरू,योगी पहुँच रहे है अयोध्या
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को मूर्त रूप देने की तैयारी शुरू हो गई है . इसका आगाज 26 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के अयोध्या दौरे के साथ ही शुरू हो जाएगा .. अपने इस अयोध्या दौरे में योगी सबसे पहले सरयू किनारे स्थित रामजन्मभूमि आन्दोलन के पुरोधा रामचंद्र दास परमहंस के समाधि स्थल पर जाकर उनकी पुण्यतिथि पर श्रृद्धांजली अर्पित करेंगे ..साथ ही परमहंस के नई समाधि स्थल निर्माण की घोषणा भी करेंगे इसकी डिजाइन तैयार हो चुकी है . इसके बाद दिगंबर अखाड़े में ही रामजन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण को लेकर संतो महंतों से चर्चा भी होनी तय है . रामचन्द्र परमहंस के देहावसान के बाद दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास के सोमवार को योगी के साथ कई घंटे की बातचीत के बाद इस पर सहमति बन गई है . सुरेश दास कहते है कि योगी जी ने साफ़ -साफ़ कह दिया है कि चर्चा बहुत हो चुकी अब निर्माण का समय आ गया है और तैयारी शुरू कर दो .. अयोध्या में पत्थरो की नई खेप को उसी से जोड़ कर देखा जा रहा है ..
गौरतलब है कि योगी आदित्य नाथ का दिगंबर अखाड़े से गहरा नाता रहा है . पिछली तीन पीढियों से दिगंबर अखाड़ा और गोरखधाम से गहरे संबंध इसकी पृष्ठभूमि इसके पीछे खादी है . इसीलिये योगी के गुरु अवैधनाथ लगातार अयोध्या आते रहे और दिगंबर अखाड़े में ही रुकते रहे है इसी परम्परा को अब योगी निभा रहे है . मुख्यमंत्री बनने के बाद भी योगी जब अयोध्या आये तो एकांत विश्राम और भोजन उन्होंने दिगंबर अखाड़े में ही किया था . यही कारण है कि रामचंद्र परमहंस के बाद अब दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास के इस दावे में दम है कि सोमवार को योगी से उनकी मीडिया से दूर मुलाक़ात में उन्होंने कहा कि चर्चा बहुत हो चुकी अब राम मंदिर निर्माण का समय आ गया है तैयारी करो .. राम मंदिर निर्माण के लिए आई राजस्थान से आई पत्थरो की इस खेप को भी इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है ..
दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास कहते है राम जन्मभूमि के लिए पत्थर राजस्थान से लाने पर सपा सरकार ने मना कर दिया था क्योंकि सपा सरकार की तुष्टीकरण की नीति थी वर्तमान समय में केंद्र में मोदी जी की सरकार है और राज्य में योगी जी की सरकार है राजस्थान से जो पत्थर आ रहा है उसे मालूम पड़ता है कि राम जन्म भूमि का निर्माण जल्दी होने जा रहा है कल हमारी चर्चा महाराज जी से मैं उनके साथ 9:00 बजे से 3:00 बजे तक था इस बीच में राम जन्म भूमि पर चर्चा हुई निर्माण के लिए महाराज श्री ने कहा चाहे कोर्ट से निर्णय के जरिए या आपसी बातचीत से समन्वय से जल्द से जल्द राम जन्म भूमि का निर्माण होगा और आप लोग तैयारी में लग जाइए क्योंकि देश का विकास होगा प्रांत का विकास होगा साथ ही साथ राम जन्म भूमि का निर्माण क्योंकि विकास तभी होगा जब उत्तर प्रदेश में राम जन्म भूमि का निर्माण होगा और इस राम जन्मभूमि के निर्माण में गोरखपुर के संत महंत अवैद्यनाथ और हमारे गुरुजी परमहंस रामचंद्र जी को सच्ची श्रद्धांजलि योगी जी की तभी मानी जाएगी जब राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण होगा और पूरे भारत के साधु समाज और हिंदू समाज को पूर्ण विश्वास है कि अब राम जन्म भूमि पर निर्माण का समय आ गया है केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार मिलकर राम जन्म भूमि मंदिर का निर्माण करेंगे 26 जुलाई को महाराज परमहंस दास जी की पुण्यतिथि है योगी जी महाराज जी की पुण्यतिथि पर बराबर आते हैं योगी जी चाहे लोकसभा में रहे हो या गोरखपुर में रहे हो महाराज जी की पुण्यतिथि पर समय निकालकर हमेशा आते रहे और वर्तमान समय में यूपी के मुख्यमंत्री हैं उनसे कल हमारी चर्चा हुई उन्होंने कहा कि मैं तो पुण्यतिथि में आता ही हूं और 26 तारीख को भी अयोध्या आऊंगा मैंने कहा वहां भी राम जन्म भूमि के निर्माण को लेकर अयोध्यावासी आपसे चर्चा करना चाहते हैं उन्होंने कहा मैं चर्चा के लिए तैयार हूं लेकिन चर्चा क्या चर्चा तो बहुत दिन से होती आ रही है अब निर्माण का समय आ गया है अब निर्माण होगा।
केंद्र में मोदी और यूपी में योगी की सरकार होने के नाते संतो -महंतों और राम मंदिर से जुड़े सभी लोगो को यही लग रहा है कि अब नहीं तो कभी नहीं . इसीलिये रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास कहते है कि योगी और मोदी का जन्म अवतार श्री राम मंदिर निर्माण के लिए हुआ है और उनके ही कार्यकाल में राम मंदिर का निर्माण होना तय है ..रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास कहते है योगी जी जब अयोध्या आए थे तो बहुत जल्दी में थे फुर्सत में मोदी जी और योगी जी से राम मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा होगी लोगों को विश्वास है कि दोनों के कार्यकाल में ही राम मंदिर निर्माण का काम प्रारंभ हो जाएगा इसीलिए पत्थर आना शुरू हो गया है इसमें उनके कोई संकेत की जरूरत नहीं है मोदी जी और योगी का जन्म अवतार श्री राम मंदिर निर्माण के लिए हुआ है।
आपको बता दे की राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में राम मंदिर कार्यशाला में पत्थरो के तराशने का काम चल रहा है .विहिप की माने तो लगभग 70 फीसदी कार्य पूरा भी हो चुका है . राम मंदिर किस तरह का होगा इसका माडल भी इसी कार्यशाला में रखा हुआ है और उसी के अनुसार पत्थरो के तराशने का कार्य चल रहा है . सपा सरकार के दौरान पत्थरो के आने पर रोकने का आरोप भी विहिप ने लगाया था . इसी के बाद काफी समय से राम मंदिर के लिए पत्थर अयोध्या नहीं आये थे . लेकिन योगी सरकार बनने के बाद पहली बार राजस्थान से पत्थरों की नई खेप ट्रको में अयोध्या के राम कारसेवक पुरम पहुँची है . यंही से इसे राम्जन्मभूमि कार्यशाला लाया जाता है और तराश कर राम मंदिर के भावी मंदिर के अनुसार मूर्त रूप दिया जाता है ..
विहिप प्रवक्ता, शरद शर्मा कहते है सितंबर 1990 से वंशी पहाड़पुर जो राजस्थान में है से पत्थरो की खेप आती रही है वाणिज्य कर बिभाग से जो कानूनी औपचारिकताएं है वह हम लोग करते रहे है । इसके लिए फार्म 32 लिया जाता रहा और उनके जरिये दूसरे प्रदेश से पत्थर लाया जाता रहा । पुनः 2 ट्रक पत्थर आये है बीच में उसको रोक दिया गया है क्योंकि समाजवादी पार्टी की सरकार थी वह नही चाहती थी कि राम जन्मभूमि निर्माण में प्रगति हो । इसके लिए मौखिक रूप से वाणिज्यकर बिभाग से कहा गया था कि वह फार्म 32 न दे । इसका खामियाजा रामद्रोह के चलते उनको भुगतना पड़ा और वह सत्ता से चित हो गए ।