साइकिल निशान न मुलायम को न अखिलेश को !
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरेशी ने कहा कि अगर सपा का विवाद चुनाव आयोग पहुंचा तो समाजवादी पार्टी पर किसी का एकाधिकार नहीं माना जाएगा । इस विवाद को सुलझने तक लगभग 4 से 5 माह लगेगा । तब तक एक पक्ष को X समाजवादी पार्टी और दूसरे गुट को Y समाजवादी पार्टी के नाम से जाना जा सकता है । लेकिन सबसे अहम यह है कि दोनी पक्षो को विवाद के समाप्त होने तक साइकिल चुनाव निशान इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होगी । यानि अगर चुनाव आयोग तक विवाद पहुंचा तो यूपी चुनाव में साइकिल का गैरेज में खड़ा रहना तय है क्योंकि चुनाव में कोई इस निशान का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा । अगर ऐसा हुआ तो सपा के दोनों खेमो को बड़ा नुकसान होना तय है । इसका मतलब यह होगा कि जिस सत्ता के लिए समाजवादी परिवार में महाभारत छिड़ा है उसका उनके हाथ से ही निकालना तय होगा । सबसे बड़ी मुश्किल दोनों खेमे के लिए मतदाताओं तक नए चुनाव निशान की जानकारी पहुचाना होगा ।