लड़की का कपड़ा फाड़ कर मारपीट और छेड़खानी, पुलिस सुलह के प्रयास में

गाजीपुर – योगी सरकार भले ही पूरे प्रदेश में अपराधियों पर लगाम लगाने की बात करती हो और महिला सुरक्षा के दावें किये जाते हो लेकिन हकीकत में अभी भी गुंडागर्दी चरम पर है. मामला गाजीपुर के कासिमाबाद थाने का है. राजापुर कला निवासी रंजना कुशवाहा ने थाने में तहरीर देकर नौ लोगो को नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ मारपीट, छेड़खानी, जान से मारने की धमकी देना और कपड़ा फाड़ कर छेड़खानी करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.रंजना कुशवाहा उम्र 18 वर्ष ने शनिवार शाम कासिमाबाद थाने में आकर के राजापुर कला के निवासी सलाम, रुस्तम,अशरफ,शमशेर,अर्षद, महफुज, नूर मोहम्मद, सुभाष यादव के विरुद्ध तहरीर दिया. तहरीर में पीड़िता ने मारपीट ,छेड़खानी, दीवार तोड़ना, कपड़े फाड़कर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया और बताया कि उसकी छोटी बहन रीना कुशवाहा उम्र 15 वर्ष को बुरी तरह से घायल कर दिया.

ghazipur crime with girl

पीड़िता ने बताया कि इस घटना को अंजाम उस समय दिया गया जब आलम शाह के लड़के नौशाद की बारात जा रही थी.घटना की गंभीरता को देखते हुए कासिमाबाद पुलिस ने तुरंत उक्त व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया. पीड़िता ने बताया कि इस घटना की शुरुआत उस समय शुरू हुई जब सपा सरकार की विधायक और महिला कल्याण मंत्री शादाब फातिमा ने जबरदस्ती कष्तकारी वाली खेत में जबरन सड़क बनवा दिया था. इसी मसले पर एक बार 15 जुलाई को भी मारपीट की गई थी जिस पर पुलिस द्वारा कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं की थी. पीड़िता का कहना है कि कासिमाबाद पुलिस और तहसील प्रशासन हम लोगों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहा है और कभी भी हम लोगों के पूरे परिवार की जान ली जा सकती है. पीड़ित रंजना कुशवाहा ने बताया कि बार-बार मारपीट और हम लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज करने के साथ न्याय ना मिलने से तंग आकर 19 सितंबर को तहसील मुख्यालय पर हमारा पूरा परिवार न्याय मिलने तक आमरण अनशन करेगा. इसकी जानकारी हम लोग ने जिलाधिकारी से लेकर सभी अधिकारियों को दे चुके हैं. जब हमने इस बारे में एसओ त्रिवेणीलाल सेन से बात की तो उनका कहना है कि मामला रास्ते के विवाद से जुड़ा है और पीड़ित से बात हो गयी है.राजस्व के अधिकारियों से भी बात हुई है और मामला आज समाप्त कर दिया जायेगा. तो पुलिस जब मामले में कार्यवाही करने के बजाय समाप्त कराने में लग जाये तो उसका मतलब तो आप समझ ही सकते है.फ़िलहाल उत्तर प्रदेश में कानून का राज है और अब अपराध के आकड़ें ऐसे ही कम किये जायेंगे.
Report- Gopal Singh

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