नेताओ को आइना दिखाने के लिए आया जन घोषणा पत्र




pepole declare own manifesto
 
राजनीतिक नेताओं को आईना दिखाने के लिए अब अलग-अलग जिले के लोगों ने अपना जन घोषणा पत्र जारी करना शुरू कर दिया है ।जन घोषणा पत्र जारी करने वाले समूह का मानना है कि यदि यह राजनीतिक पार्टियां अपना घोषणापत्र जारी कर सकती है तो क्या ऐसे नेताओं को आईना दिखाने के लिए जनता अपना घोषणापत्र जारी नहीं कर सकती !,जनता अपनी वास्तविक समस्याएं और मुद्दे नहीं गिना  सकती  उत्तर प्रदेश में सबसे अहम मानी जाने वाली अयोध्या विधानसभा से यह नायाब पहल की गई है। समूह से जुडी भारती सिंह का कहना है  यहां पर समाज के अलग-अलग लोगों से बात कर जन घोषणा पत्र तैयार किया गया है  ।इस समूह के शरद शुक्ला का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों द्वारा जारी घोषणापत्र  महज  लुभाने और गिफ्ट पर आधारित होता है ।उसका धरातल से कोई संबंध नहीं होता ।अगर राजनैतिक पार्टियां आमजन राय से अपना घोषणापत्र तैयार करें तो धरातल पर वास्तविक विकास हो सकता है।




यह है अयोध्या फैज़ाबाद का जन घोषणा पत्र

हमने इस समूह से जुड़े बिजय सिंह बंटी से पूंछा कि आखिर जन घोषणा पत्र में मुद्दे कौन से है तो उनका कहना है कि अयोध्या फैजाबाद आध्यात्मिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण जनपद है लेकिन इसके सापेक्ष आज तक इसका विकास नहीं हो सका ।जन घोषणापत्र में स्वास्थ्य ,  शिक्षा,  अयोध्या में पर्यटन , रोजगार समेत वह सभी मुद्दे शामिल हैं  , जिनके हल होने से अयोध्या और फैजाबाद के क्षेत्र का विकास ही नहीं होगा , बल्कि धरातल से जुड़ी उन समस्याओं का निराकरण भी हो जाएगा जिसकी मांग लंबे समय से लोक करते रहे हैं।

 जन घोषणा पत्र में यह है धरातल की घोषणा 

शहर में जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए समुचित व्यवस्था की जाए  ।शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक लाइट की व्यवस्था की जाए । ग्रामीण क्षेत्रों में न्याय पंचायत स्तर पर मंडी परिषद स्थापित किए जाएं  अध्यात्मिक नगरी अवध या को धाम का दर्जा दिया जाए। शहर के गुलाबबाड़ी मैदान को मिनी स्टेडियम के रुप में विकसित किया जाए। जनपद में पिछले एक दशक से निर्माणाधीन अंतराष्ट्रीय स्टेडियम को शीघ्रतिशीघ्र पूरा किया जाए। अयोध्या फैजाबाद के आध्यात्मिक महत्व को देखते हुए सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों कुंडो एवं घाटों की साफ-सफाई रखरखाव एवं सुंदरीकरण की उचित व्यवस्था की जाए। जनपद की ऐतिहासिकता को देखते हुए सभी प्राचीन ऐतिहासिक स्थलों योग का रखरखाव ठीक तरीके से किया जाए। शहर में एक पार्क विकसित किया जाए जिसमें महानगरों के पार्कों की तर्ज़ पर सरोवर कैंटीन जॉगिंग ट्रैक एवं बच्चों के झूले लगवाया जाए ।इसके अतिरिक्त पहले से बने पुराने पार्कों का भी सौंदर्यीकरण करवाया जाए । अयोध्या के रामघाट स्थित शमशान घाट पर पीने के स्वच्छ जल की व्यवस्था और पक्के घाट की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा नरेंद्र ले का विकास शहर में पार्किंग हेतु व्यवस्था जाम की समस्या को देखते हुए मोदहा रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण, जिला न्यायालय में अधिवक्ता के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था उनके लिए साइकिल और मोटरसाइकिल स्टैंड का निर्माण, महिलाओं के बैठने के लिए उचित व्यवस्था, दैनिक मजदूरों के लिए एक निश्चित स्थान, बेरोजगार युवकों के लिए औद्योगिक इकाइयों और श्रम शक्ति का नियोजन , 200 मीटर पर सुलभ शौचालय का निर्माण ,  जिला चिकित्सालयों में तीमारदारों के बैठने के लिए रैन बसेरे का निर्माण, एक आधुनिक पुस्तकालय का निर्माण ,अयोध्या जैसी पर्यटन नगरी के लिए श्रद्धालुओं के रुकने, भोजन एवं स्नान की व्यवस्था , मां वैष्णो देवी और अमरनाथ श्राइन बोर्ड की तर्ज पर अयोध्या में भी ऐसे बोर्ड का गठन तथा सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या और फैजाबाद के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने जैसी प्रमुख घोषणाएं शामिल है|

और भी ख़बरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *