अखिलेश का अगला कदम यह होगा
मुलायम सिंह यादव ने उंगली पकड़कर अखिलेश को चलना सिखाया और बड़े होने पर राजनीति का ककहरा भी पढ़ाया । इसके बाद अपनी जगह उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी बैठाया । लेकिन बिडम्बना देखिये आज अखिलेश और मुलायम नदी के दो किनारों जी तरह हो गए है जो कभी मिल ही नहीं सकते ।अब रास्ता है क्या अखिलेश के पास यही आज का सबसे बड़ा सवाल है ? हमने कई राजनीतिक पंडितो से बात की तो विधि जे जानकारों से भी जानकारी ली और अखिलेश के करीबियों को भी टटोला तो उन रास्तो का पता चला जिसपर अखिलेश आगे चलते हुए दिखाई देने वाले है । अखिलेश समाजवादी पार्टी को शायद ही अपनी पार्टी बना पाए । हालांकि मुख्यमंत्री होने और अपनी छवि के आधार पर विधायको का समर्थन वह जुटा सकते है ।लेकिन यह मुमकिन कम ही लगता है कि वह मुलायम सिंह यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते पार्टी और कब्जा कर पाए । लेकिन वह पार्टी पर क्लेम कर चुनाव निशान साइकिल को प्रतिबंधित करा सपा को बड़ा नुकसान तो पहुंचा ही सकते है । अगला रास्ता यह है कि वह किसी दूसरे दल में शामिल होकर चुनाव लड़े लेकिन इसकी भी सम्भावना काम है क्योंकि ऐसी स्थिति में वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं रह जाएंगे । लिहाजा तीसरा रास्ता उनके पास यह है कि वह नया दल बनाये और उसके झंडे टेल चुनाव लड़े और बराबरी के लिए साइकिल चुनाव को विवाद तक प्रतिबंधित करा दे । यही रास्ता जानकारों की नजर में अखिलेश जे लिए सबसे मुफीद है और शायद इसी रास्ते पर वह कांग्रेस और रालीद के साथ आने वाले दिनों में चलते हुए दिखाई भी देंगे ।