अखिलेश को सपा से निकालने की वजह
77 साल की उम्र में मुलायम ने अखिलेश को सपा से क्यों निकला ? वही पिता जिसने खुद बेटे अखिलेश को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था । दरअसल 25 दिसम्बर को अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव को जो प्रत्यशियी की सूची सौपी उसे मुलायम सिंह यादव ने नजरअंदाज कर दिया । इस सूची में अखिलेश के कई चहेते विधायको के टिकट ही काट दिए गए । लिहाजा अखिलेश ने नई सूची अपनी तरफ से जारी कर दी इसमें ऐसे कई प्रत्याशियों को टिकट नहीं था जिनके नाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की लिस्ट में थे । अब बारी शिवपाल यादव की थी वह प्रत्याशियों की एक और सूची के साथ सांमने आ गए । इस तरह 32 घंटो के भीतर ही तीन तीन सूची समाजवादी पार्टी में प्रत्याशियों की जारी हो गई । इस आग में घी का काम तब हुआ जब मुलायम सिंह यादव की पता चला कि उनसे पूंछे बिना ही सपा नेताओं की राष्ट्रीय स्तर पर बैठक बुला ली गई है । अब समय आर पार का आ गया था क्योंकि राष्ट्रीय सम्मलेन में मुलायम को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा कर पार्टी और कब्जा भी किया जा सकता था लिहाजा आनन् फानन में प्रेस बुलाई गई और चचेरे भाई राम गोपाल यादव और बेटे अखिलेश यादव को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया ।