यूपी इन्वेस्टर्स समिट में हुई सरकारी धन की जमकर लूट, जितना दाम नहीं उससे ज्यादा दिया किराया
लखनऊ- यूपी इन्वेस्टर्स समिट में देश विदेश के बिजनेसमैन के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी तक मौजूद थे. यूपी के मुख्यमंत्री ने खुद प्रदेश में कारोबार के लिए अच्छा माहौल मुहैया कराने की बात कही थी. लेकिन जिस समिट में उन्होंने यह सब किया उसके आयोजन में ही सरकारी धन की जमकर लूट हुई. समिट के लिए एलईडी स्ट्रिप किराए पर ली गई थीं जिसकी कीमत बाजार में मौजूदा कीमत की दो गुनी है. खुले बाजार में एलईडी स्ट्रिप की कीमत 30 रुपये से 50 रुपये प्रति मीटर है। अगर इसे थोक में ख़रीदा जाता तो 40 रुपये मीटर पर मिल जाती और इसकी कुल कीमत 15.34 लाख रुपये होती. लेकिन, नगर निगम ने 99 रुपये प्रति मीटर की दर से से यह लाइटें किराए पर लीं! अगर ऐसा है तो एलईडी स्ट्रिप पर करीब 38 लाख रुपये का खर्च आया होगा. दो दिन के इन्वेस्टर्स समिट के दौरान शहर में 2,557 पोल पर एलईडी स्ट्रिप लगाई गई थीं. जिसमे प्रत्येक पोल पर 15 मीटर स्ट्रिप का प्रयोग हुआ.
इसके हिसाब से 38,355 मीटर एलईडी स्ट्रिप लगायी गयी जिसका खर्च 37,99,305 रुपये हुआ, जो भुगतान किया जाएगा. यह काम खन्ना इलेक्ट्रिकल्स को दिया गया था. देने से पहले ही इस बात का ध्यान रखा गया था कि आगे चलकर कोई दिक्कत न आये , इसलिए फर्म को चार से पांच लाख के आठ अलग-अलग वर्क ऑर्डर जारी किए गए , जबकि नियमानुसार टेंडर के द्वारा एलईडी स्टिक लगवाई जानी चाहिए थीं. योगी सरकार का भी यही आदेश है कि एक लाख रुपये से ऊपर के काम की ई-टेंडरिंग करवाई जाये.