इधर नामांकन उधर सपा विधायक का कटा टिकट , भाजपा से दावेदार प्रत्याशी को मिला टिकट
राजनीति भी अजब चीज है । कब क्या हो जाय कुछ कहा नहीं जा सकता । यंहा अपने ही आस्तीन में खंजर छुपाये फिरते है । जबकि राजनीतिक पार्टियां है कि उनका कोई वसूल और सिद्धान्त बाकी ही नहीं बचा । उन्हें तो बस जिताऊ उम्मीदवार चाहिए । यही नहीं साम्प्रदायिक होने का भी पार्टी के हिसाब से पैमाना है । उसमें हो तो साम्प्रदायिक हमारी पार्टी में आ गए तो पाक साफ । मानो कोई गंगा हो जिसमें नहाकर सारे पाप धुल जाते हो ।
सपा विधायक का आखिर क्या कसूर
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की संलेमपुर सुरक्षित सीट से सपा के सिटिंग विधायक मनबोध प्रसाद का टिकट अचानक और अप्रत्याशित तौर पर समाजवादी पार्टी ने काट दिया। मनबोध प्रसाद को सपा ने इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था । उन्होंने समर्थको के साथ शुक्रवार यानि 9 फरवरी को ही अपना नामांकन दाखिल किया था । नामांकन के बाद सपा प्रत्याशी क्षेत्र में लोगो का आशीर्वाद ले ही रहे थे की उन्हें बताया गया कि उनका टिकट काट दिया गया है ।
पार्टी से परहेज लेकिन नेता से नहीं
समाजवादी पार्टी यूँ तो यूपी में भाजपा के विरोध में चुनाव लड़ रही है । लेकिन उसे उसके नेताओ से कोई परहेज नहीं है । राजनीति का यह भी अजब फलसफा है । सपा ने अपने सिटिंग विधायक और सलेमपुर सुरक्षित सीट से प्रत्याशी मनबोध प्रसाद का टिकट काटकर उनकी जगह बिजय लक्ष्मी गौतम को टिकट पकड़ा दिया है । जबकि बिजयलक्ष्मी के बारे में कहा जाता है कि इस सीट से वह भाजपा उम्मीदवारों की दौड़ में थी लेकिन भाजपा से टिकट नहीं मिल पाया । लिहाजा अब भाजपा की विचारधारा के ठीक विपरीत समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया है । अब सपा के सिटिंग विधायक मनबोध प्रसाद के समर्थक सपा की ताजातरीन घोषित प्रत्याशी का पुतला फूँक रहे है तो बिजय लक्ष्मी के समर्थक मिठाइयां बाँट रहे है । यह कैसी बिडम्बना है कि कुछ समय पहले जो मिठाई बाँट रहे थे खुशिया मना रहे थे अब वह पुतला जला रहे है और जो मायूस थे अब मिठाइयां बाँट कर खुशिया मना रहे है ।