बलिया की बहू अब दहाड़ेगी विधानसभा में
इस बार की विधानसभा में महिला शक्ति के तौर पर बीते साल भाजपा में उभरा एक चेहरा बागी बलिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए योगी कैबिनेट में कमर कसके तैयार चुका है | यह चेहरा कोई और नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व में निष्काषित हुए दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह है | लखनऊ विश्वविद्यालय में बतौर मानव संसाधन में अंशकालिक प्राध्यापक के तौर पर अपना जीवन यापन करने वाली स्वाति सिंह बीते साल जब दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो बहन मायावती पर विवादित बयान दिया और उसके बाद सड़क के लेकर संसद तक मचे घमासान के बीच अपने पति और बेटी के बचाव में उतरी स्वाति सिंह को और उनके चेहरे को भाजपा ने प्रदेश की महिला शशक्तिकरण के मुखौटे के तौर पर लाकर खड़ा कर दिया |
आखिरकार दयाशंकर सिंह की पार्टी के लिए वर्षो तक की मेहनत और संघर्ष का फल अमित शाह ने पहले सरोजनी नगर सीट से टिकट देकर दिया उसके बाद योगी ने अपनी कबिनेट में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बनाकर दिया | सड़क से सत्ता तक का यह सफ़र स्वाति के लिए किसी सपने से कम नहीं है| वर्ष 1996 में लखनऊ विश्वविद्यालय में पढाई कर रही स्वाति सिंह की मुलाकात उभरते हुए छात्र नेता दयाशंकर सिंह से हुई और नजदीकियां बढ़ी जिसके बाद शादी के रिश्ते में बदली | दयाशंकर सिंह की राजनीतिक महत्वकांक्षाओ की वजह से कई बार इन दोनों के बीच पारिवारिक विवाद भी हुए लेकिन कहते है कि न अंत भला तो सब भला | दयाशंकर की राजनीतिक महत्वकांक्षाए तो पूरी नहीं हो सकी लेकिन स्वाति सिंह को जरूर लालबत्ती मिल गयी |