चार सौ टांके लगाकर जोड़ा गया हाथ, जानिए मानवता को शर्मशार करने वाली घटना
लखनऊ- उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुई मानवता को शर्मशार करने वाली घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया. केवल मोबाइल चार्जर के लिए एक सिरफिरे ने 12 वर्ष की शिवानी की एक हाथ की कलाई को तलवार से काटकर अलग कर दिया और दूसरे हाथ की कलाई को भी 70 प्रतिशत कट गयी . घटना के बाद शिवानी को लखनऊ के केजीएमयू में इलाज किया गया. 11 घंटे चले इस ऑपरेशन के दौरान 6 डाक्टरों ने चार सौ माइक्रो टांके लगा कर हाथ से अलग हुई कलाई को वापस जोड़ दिया. वही दूसरी हाथ की दूसरे हाथ की घायल कलाई की भी मरम्मत करके उसमे खून का संचार कर दिया गया. डाक्टर ने कहा की आने वाले 72 घंटे काफी महत्वपूर्ण है.
ऐसे डाक्टरों ने हाथ से जोड़ी कलाई
सबसे पहले शिवानी को एनेस्थीसिया दी गयी. उसके बाद डाक्टरों ने पहले अलग हो चुकी कलाई को जोड़ने का फैसला किया. अलग हुई कलाई को साफ़ करके खिचाव वाली कोशिकाओं और नसों को काटकर अलग कर दिया गया. इसके बाद पंजे की पांच हड्डियों को जोड़ा गया. फिर उसके बाद नसों को जोड़ा गया. नसों और हड्डी के जुड़ने के बाद उपरी लेवल को टांके लगाये गए.
कोई अंग कट जाये तो करे यह काम
अगर आपका भी कोई अंग दुर्घटना में कट जाता है तो सबसे पहले उस अंग को साफ़ पानी से धो ले . उसके बाद साफ़ रुई से उसकी सफाई कर ले. कटे हुए अंग को साफ़ पालीथीन में रख ले. अब उसे बर्फ में रख दे. बिना किसी चीज में रखे हुए अंग को बर्फ में न रखे. आस पास के अस्पताल में यह बता दे ताकि वहां पर प्लास्टिक सर्जरी की टीम अलर्ट हो जाये. उसके बाद जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचे क्योकि जितनी जल्दी आप अस्पताल पहुंचेंगे उतना ही अच्छा होगा.
यह है शिवानी के घर के हालात
लखीमपुर में रहने वाली शिवानी वहां के बाबूराम सर्राफ नगर में एक छोटे से मकान में किराये पर रहती है. जहाँ पर कुल चार लोग रहेते है. घर में 14 साल का छोटा बेटा चन्दन ढाबे पर 1200 कमाता है. जिससे घर का खर्चा चलता है. शिवानी का पिता गाँव में रहता है और बड़ा बेटा बाहर मजदूरी करता है.