सपा प्रत्याशी ने धर्म के आधार पर ऐसे बांटा मतदाताओं को ..देखिये वीडियो
कासगंज के सपा हसरत उल्ला शेरवानी उर्फ़ मद्दन मियाँ ने चुनाव प्रचार के दौरान धर्म के आधार पर मतदाताओं को बाँट ही दिया । उन्होंने अपने विवादित भाषण में सरकार सिस्टम संबिधान और आचार सहिंता की जमकर धज़्ज़ियां उड़ाई । भाषण के दौरान एक धर्म विशेष को दी अराजक होने की प्रेरणा। पिछली सरकारों व पुलिस पर एक धर्म विशेष के लोगों को फ़र्ज़ी तरीके से जेलों में ठूंसने का आरोप लगा दिया ।
अगर नाम है उमर या अब्दुल्ला तो
6 फरबरी 2017 सोमवार रात साढ़े दस बजे, लोगों से खचाखच भरे कासगंज शहर के जामा मस्जिद इलाके में विधानसभा चुनाव प्रचार को लेकर बिना अनुमति एक आम सभा की गई । कासगंज से सपा प्रत्याशी हसरत उल्ला शेरवानी उर्फ़ भद्दन मियां के विवादित वोल से भरा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें सपा प्रत्याशी शेरवानी जी धर्म और अराजकता के नाम पर वोट मांगते दिख रहे हैं । इस वीडियो में प्रत्याशी शेरवानी सामने बैठे एक धर्म विशेष के समक्ष यह कह रहे हैं कि भाइयो आपने मेरा पिछ्ला कार्यकाल भी देखा था । जिसमें मैंने किसी मुसलमान को थाने का गेट नहीं देखने दिया था ।
किसी पुलिस वाले की ये हिम्मत नहीं थी कि वो आपकी मोटर साइकिल रोक कर उसे सीज कर दे । क्योंकि वो जैसे ही आपका नाम जानता कि ये उमर है कि ये अब्दुल्ला है वैसे ही बो पुलिस वाला आपको तुरंत छोड़ देता था। क्योंकि हर पुलिस वाला ये जानता था कि अभी विधायक जी का फोन आ जाएगा और डांट पड़ेगी । पूर्व विधायक व मौजूदा सपा प्रत्याशी हसरत उल्ला शेरवानी अभी इतना भर कहने से ही नहीं रुके वल्कि उनके विवादित वोलों की झड़ी में बो एक धर्म विशेष को वोट के वदले भविष्य में अराजक होने की खुली छूट का वादा भी करते नज़र आये। अब सवाल यह कि चुनाव आयोग ऐसे नेताओं पर क्या कार्रवाई करता है । क्योंकि ऐसे नेता समाज को ही नही देश को भी बाँट रहे है ।
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