मोदी राज में भी “दवा के अभाव में बच्ची ने तोड़ा दम !
यूपी नें योगी सरकार है जबकि केंद्र में मोदी सरकार लेकिन क्यों नहीं सुधर रही व्यवस्था दवा के अभाव में क्यों मर रहे है लोग । मिर्ज़ापुर के मंडलीय अस्पताल में पांच दिनों से भर्ती नवजात बच्ची से दावा के आभाव में तोडा दम, कलेजे के टुकड़े को खोने के गम में माँ का रो-रोकर है बुरा हाल । मृत बच्ची की माँ ने डॉक्टरों पर लगाया दवा के अभाव में जान लेने का आरोप । अस्पताल प्रशासन ने दवा के अभाव में मौत होने के आरोप को किया ख़ारिज । केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री के जिले का है यह हाल |
Truthstoday की ख़ास रिपोर्ट
देश के प्रधानमंत्री “बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ” का नारा देकर बेटियो को बचाने और उन्हें पढ़ाने के लिए कड़े से कड़ा कानून बना रहे है तो कुछ लोगो को की लापरवाही के चलते आज एक मासूम बच्ची ने मंडलीय अस्पताल में दम तोड़ दिया । केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल का संसदीय क्षेत्र है अभी हाल के चुनाव में पांचो विधानसभा सीट पर जनता ने भाजपा के उम्मीदवारों को जिताकर विधानसभा पहुँचाया है बावजूद इसके जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था चरमरा गयी है । मंडलीय अस्पताल में एक छह माह की मासूम ने इसलिए दम तोड़ दिया की उसे दवा ही नहीं मिल पायी इलाज़ कर रहे डॉक्टर का कहना है कि जो दवा चाहिए वो अस्पताल में नहीं है बाहर से लिखने की हमें इजाजत नहीं है बच्चे की जान बचाने की खातिर दर दर भटकती माँ CMS तक पहुची CMS भी बाहर से दवा खरीदने का आदेश देकर चले गए पर चार घंटे बीत जाने पर भी उस बच्ची को दवा नसीब नहीं हुई और एक माँ की आँखों के सामने मासूम की तड़प-तड़प कर मौत हो गयी । महिला जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के हर्दी खुर्द गांव से अपने बच्ची की जान की खातिर मंडलीय चिकित्सालय में इलाज कराने आये थी| मंडलीय अस्पताल प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने बताया की बच्ची पिछले पाँच दिनों से भर्ती थी आज तबियत बिगड़ने पर वो मेरे पास आई थी मैंने दवा लोकल परचेज करने के लिख दिया था । इसके बाद बंगले पर खाना खाने आ गया । खाना खा रहा था तभी सूचना मिली की बच्ची की मौत हो गयी जिसका हमें बहुत दुख है । बच्ची की मौत दवा के अभाव में नही हुयी है । दूध पिलाने में हुयी लापरवाही के चलते स्वांस नली में चला गया जिससे उसकी मौत हो गयी|