इस जज्बे को सलाम
जहां एक ओर आज का युवा तबका वोटिंग को लेकर इतना सजग नजर नहीं आता वहीं दूसरी ओर कुछ बुजुर्गो ने वोटिंग को देश के हर नागरिक का फर्ज बताते हुए तमाम दुश्वारियों के बावजूद पोलिंग बूथ पर पहुंचकर अपने जज्बे को सलामी देने पर मजबूर कर दिया। शास्त्रीनगर के ब्लाॅक निवासी एक बुजुर्ग ब्रेन हेमरेज से पीड़ित होने के बावजूद हाॅस्पिटल से अपने परिजनों के साथ वोट डालने पहुंचे। वहीं 108 वर्ष के एक बुजुर्ग ने अपनी पांच पीढ़ियों के सदस्यों के साथ मतदान किया।