गोसाईगंज समेत 10 विधानसभा अनुप्रिया की,लेकिन चुनाव निशान कमल !
फैजाबाद-2017 के यूपी चुनाव में 10 विधानसभा सीट अनुप्रिया पटेल के हिस्से में जाने की खबर है ।इसमें फैजाबाद जनपद की गोसाईगंज विधानसभा भी शामिल है । हालांकि इन सभी सीटों पर मर्जी तो अनुप्रिया की चलेगी लेकिन प्रत्याशी का चुनाव निशान कमल ही होगा ।भाजपा सूत्रों की माने तो इस मसौदे पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ साथ अमित शाह और अनुप्रिया के बीच बातचीत हो चुकी है। बताया यह भी जाता है कि अगले 2 दिनों के भीतर इन सभी सीटों पर प्रत्याशी के नाम का एलान भी कर दिया जाएगा । सूत्र यह भी बताते हैं की अपना दल मैं अनुप्रिया और उनके परिवार में मतभेद होने के चलते फिलहाल अनुप्रिया के हिस्से में आने वाली यूपी विधानसभा की सीटों पर उम्मीदवारों का चुनाव निशान कमल होगा ।वही खबर यह भी है की प्रत्याशी भी चुनाव निशान के रूप में कमल को तरजीह दे रहे हैं ।वही खबर है की इन विधानसभा क्षेत्रों से दावेदारी करने वाले प्रत्याशी दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं ।वह सभी अनुप्रिया पटेल के संपर्क में भी हैं ।
फैजाबाद जिले की गोसाईगंज विधानसभा की बात करें तो यहां से इंद्र प्रताप उर्फ खब्बू तिवारी के साथ ही प्रमोद सिंह ने अपना दावा ठोका था । प्रमोद सिंह अनुप्रिया पटेल के साथ काफी दिनों से जुड़े है और वह टिकट मिलने की उम्मीद के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी मैं भी जुटे बताए जाते हैं । जबकि खब्बू तिवारी एक माह पूर्व भी बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं ।लेकिन बदले समीकरण के बाद अब पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा का नाम भी गोसाईगंज विधानसभा को लेकर तेजी से उभरा है ।लिहाजा इस बदले समीकरण में प्रमोद सिंह के पीछे छूटने की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों की माने तो टिकट के दावेदारों में अब खब्बू तिवारी और विशाल वर्मा के बीच ही मुकाबला चल रहा है। दोनों नेताओं ने अपनी दावेदारी को पुख्ता करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है । इन्हीं में से किसी एक को गोसाईगंज विधानसभा से चुनाव चिन्ह के रूप में कमल निशान मिल सकता है । बताया जाता है कि दोनों नेताओं की बात अनुप्रिया पटेल से हो चुकी है और दोनों कुछ बड़े भाजपा नेताओं के संपर्क में भी हैं । लिहाजा चुनाव जीतने के पहले ही टिकट जीतने का यह दिलचस्प मुकाबला गोसाईगंज सीट के लिए चल रहा है । वही अगले 2 दिन में फैजाबाद जनपद की बीकापुर विधानसभा सीट पर भी प्रत्याशी के नाम का ऐलान हो सकता है। इस विधानसभा के लिए दिल्लू सिंह और अशोक सिंह के साथ साथ शोभा सिंह भी दावेदार है ।बता दें कि रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान के असमय निधन के बाद उनकी पत्नी शोभा सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई थी और उन्होंने बीकापुर विधानसभा पर अपना दावा उसी समय ठोक दिया था ।हालांकि सूत्रों की माने तो बदले राजनीतिक समीकरण में वह भी दावेदारी की लिस्ट में नीचे खिसकती हुई बताई जाती हैं । जबकि शुरुआती दौर में उनको टिकट मिलना तय माना जा रहा था । सूत्रों की माने तो टिल्लू सिंह या अशोक सिंह मैं से किसी की बीकापुर विधानसभा से उम्मीदवारी घोषित की जा सकती है । अब इंतजार है प्रत्याशियों की घोषणा का जिसके साथ इन सभी कयासों पर विराम लग जाएगा
फैजाबाद जिले की गोसाईगंज विधानसभा की बात करें तो यहां से इंद्र प्रताप उर्फ खब्बू तिवारी के साथ ही प्रमोद सिंह ने अपना दावा ठोका था । प्रमोद सिंह अनुप्रिया पटेल के साथ काफी दिनों से जुड़े है और वह टिकट मिलने की उम्मीद के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी मैं भी जुटे बताए जाते हैं । जबकि खब्बू तिवारी एक माह पूर्व भी बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं ।लेकिन बदले समीकरण के बाद अब पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा का नाम भी गोसाईगंज विधानसभा को लेकर तेजी से उभरा है ।लिहाजा इस बदले समीकरण में प्रमोद सिंह के पीछे छूटने की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों की माने तो टिकट के दावेदारों में अब खब्बू तिवारी और विशाल वर्मा के बीच ही मुकाबला चल रहा है। दोनों नेताओं ने अपनी दावेदारी को पुख्ता करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है । इन्हीं में से किसी एक को गोसाईगंज विधानसभा से चुनाव चिन्ह के रूप में कमल निशान मिल सकता है । बताया जाता है कि दोनों नेताओं की बात अनुप्रिया पटेल से हो चुकी है और दोनों कुछ बड़े भाजपा नेताओं के संपर्क में भी हैं । लिहाजा चुनाव जीतने के पहले ही टिकट जीतने का यह दिलचस्प मुकाबला गोसाईगंज सीट के लिए चल रहा है । वही अगले 2 दिन में फैजाबाद जनपद की बीकापुर विधानसभा सीट पर भी प्रत्याशी के नाम का ऐलान हो सकता है। इस विधानसभा के लिए दिल्लू सिंह और अशोक सिंह के साथ साथ शोभा सिंह भी दावेदार है ।बता दें कि रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान के असमय निधन के बाद उनकी पत्नी शोभा सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई थी और उन्होंने बीकापुर विधानसभा पर अपना दावा उसी समय ठोक दिया था ।हालांकि सूत्रों की माने तो बदले राजनीतिक समीकरण में वह भी दावेदारी की लिस्ट में नीचे खिसकती हुई बताई जाती हैं । जबकि शुरुआती दौर में उनको टिकट मिलना तय माना जा रहा था । सूत्रों की माने तो टिल्लू सिंह या अशोक सिंह मैं से किसी की बीकापुर विधानसभा से उम्मीदवारी घोषित की जा सकती है । अब इंतजार है प्रत्याशियों की घोषणा का जिसके साथ इन सभी कयासों पर विराम लग जाएगा