गायत्री को लेकर कांग्रेस और सपा में फंसा पेंच , संजय सिंह का ऐलान खिलाफ लड़ेंगी अमिता
समाजवादी सरकार में खनन को लेकर लगातार चर्चा में रहे गायत्री प्रजापति को लेकर कांग्रेस और सपा में पेज फस गया है । कांग्रेस के प्रचार कमेटी के अध्यक्ष संजय सिंह ने ऐलान कर दिया है की कांग्रेस पार्टी अमेठी सीट नहीं छोड़ेंगे और वहां से उनकी पत्नी अमिता सिंह ही कांग्रेस उम्मीदवार होंगी ।यही नहीं उन्होंने यह भी घोषणा कर दी है की अमिता सिंह 9 फरवरी से पहले अपना नामांकन भी अमेठी विधानसभा से दाखिल कर देंगी। संजय सिंह ने कहा है की अमेठी और रायबरेली की सारी सीटों पर कांग्रेसी लड़ेगी । लेकिन इसके बावजूद अगर गायत्री प्रजापति समाजवादी पार्टी से अमेठी से लड़ते हैं तो कांग्रेस पार्टी उनके सामने अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी । जाहिर तौर पर संजय सिंह अमेठी विधानसभा सीट छोड़ना नहीं चाहते हैं और इसको लेकर उन्होंने कांग्रेस हाईकमान पर दबाव भी बनाए रखा है।
अमेठी को लेकर सपा का रुख
समाजवादी पार्टी ने अमेठी विधानसभा सीट से गायत्री प्रजापति को पहले ही टिकट दे रखा है । गुरुवार को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच अमेठी और रायबरेली जिले की 10 सीटों को लेकर समझौता हो गया। इस समझौते के मुताबिक दोनों जिलों की कुल 10 सीटों में से 8 पर कांग्रेस पार्टी लड़ेगी , जबकि दो पर समाजवादी पार्टी ।इन्हीं 2 सीटों में से एक अमेठी विधानसभा सीट भी है ।जिस पर समाजवादी पार्टी की तरफ से गायत्री प्रसाद प्रजापति सपा उम्मीदवार है। हालांकि सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी ने अमेठी और रायबरेली जिले की दसों विधानसभा सीटों पर अपना दावा ठोका था और शुरुआती दौर में समाजवादी पार्टी ने अमेठी और रायबरेली की सीटें कांग्रेस को देने पर हामी भी भर ली थी ।लेकिन अब गायत्री को लेकर पेच फंसा है । उधर संजय सिंह के गायत्री के खिलाफ अमिता सिंह को मैदान में उतारने के ऐलान ने अमेठी विधानसभा सीट चुनाव के पहले ही दिलचस्प मोड़ लेती हुई दिखाई दे रही है।
आखिर गायत्री प्रजापति क्यों है सपा की मजबूरी
कभी अखिलेश यादव गायत्री प्रजापति को लेकर चाचा शिवपाल यादव पर निशाना साधा करते थे । भ्रष्टाचार के आरोप में खुद अखिलेश यादव ने अपनी कैबिनेट से गायत्री प्रजापति को बर्खास्त कर दिया था और जब मुलायम सिंह यादव के कहने पर उनकी वापसी की तो खनन मंत्रालय उनसे छीन लिया था और परिवहन विभाग दे दिया था । लेकिन अब वही गायत्री प्रजापति समाजवादी पार्टी के बिग बॉस अखिलेश यादव के इतने करीब हो गए हैं कि उनको लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता माथापच्ची करते नजर आ रहे हैं । अखिलेश यादव सुल्तानपुर की रैली में गायत्री प्रजापति को अच्छा उम्मीदवार बताते हुए जनता से उनको जिताने की अपील करते नजर आए तो अब कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष संजय सिंह उनके खिलाफ हर हाल में अपनी पत्नी अमिता सिंह को चुनाव में उतारने का एलान करते नजर आ रहे हैं । अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर गायत्री प्रजापति को लेकर समाजवादी पार्टी की मजबूरी क्या है…!
संजय सिंह ने अखिलेश को दिखाया आइना
कांग्रेसी नेता संजय सिंह ने समाजवादी पार्टी के बिग- बॉस अखिलेश यादव को आईना दिखाने की भी कोशिश की है। उन्होंने अखिलेश को उनकी साफ छवि का हवाला देते हुए कहा है की गायत्री प्रजापति जैसे दागदार और भ्रष्ट नेता को टिकट ना दे। जबकि उन्होंने अपनी पत्नी अमिता सिंह के पक्ष में दलील दी की कांग्रेस के टिकट पर अमिता सिंह ही पहले दावेदार थी और अब वही अमेठी विधानसभा से चुनाव भी लड़ेंगी । इससे साफ लगता है की गायत्री प्रजापति को लेकर अमेठी विधानसभा में कांग्रेस और सपा के बीच पेंच फस गया है ।