चुनाव बाद लग सकता है ट्रिपल तलाक पर बैन
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणामो की घोषणा के बाद केंद्र सरकार ट्रिपल तलाक पर बैन लगा सकती है| माना जा रहा है कि मार्च के बाद इस पर फैसला आ सकता है | बता दे की उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनाव परिणाम 11 मार्च को हो जाएंगे | इसी के बाद सरकार इस मुद्दे पर फैसला लेना चाहती है | केन्द्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने समाजवादी पार्टी , कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी को भी इस मुद्दे पर अपना स्टैंड साफ़ करने को कह चुके है | उन्होंने गाजियाबाद में एक संवाददाता सम्मलेन में यह साफ़ भी कर दिया था कि यह मामला किसी धर्म और उसकी आस्था से जुड़ा न होकर मुस्लिम महिलाओं के सम्मान से जुडा हुआ है | उन्होंने इसमें यह भी जोड़ा कि हम आस्था का सम्मान करते है लेकिन कुप्रथा के साथ नहीं चल सकते | उन्होंने इसी के साथ यह बिल्कुल ही साफ़ कर दिया है कि केंद्र सरकार तीन तलाक को कुप्रथा मानती है और इसे समाप्त करने को लेकर प्रतिबद्ध है | आपको याद दिला दे कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर कई बार कह चुकी है कि यह कुप्रथा तीन तलाक बोलकर महिलाओं से उनका सम्मान छीन लेती है| लिहाजा महिलाओं का सम्मान छीन लेने वाली इस कुप्रथा को समाप्त करना आवश्यक है| केंद्र सरकार सुप्रीमकोर्ट में भी इस मुद्दे पर अपना पक्ष रख चुकी है | सुप्रीम कोर्ट ने जब इस मुद्दे पर केंद्र से भी अपना पक्ष रखने को कहाँ था | केंद्र सरकार ने न्याय , समानता और महिलाओं के अधिकार को आधार बनाकर इस पर अपना जबाब दाखिल किया था | यानि आने वाले समय में इसको लेकर भी आरोपों प्रत्यारोपो का नया दौर शुरू होने वाला है |
तीन तलाक का ऐसे हुआ दुरुपयोग
तीन तालाक का इस कदर दुरुपयोग हुआ कि आज मुस्लिम महिलाओं ने ही इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर दी है | मुस्लिम महिलाए भले ही भारतीय जनता पार्टी के साथ न खड़ी हो लेकिन वह इस मुद्दे के समर्थन में साथ खड़ी दिखाई दे रही है | इसकी वजह तीन तलाक के दुरुपयोग के लगातार बढ़ते मामले है और छोटी छोटी बात पर औरतों को तलाक दे दिया जाता है और उनका शोषण किया जाता है |