बोले अम्बिका, मुलायम से राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छीनना दुर्भाग्यपूर्ण
बलिया- सपा के कद्दावर नेता अंबिका चौधरी बसपा में शामिल होने के बाद पहली बार फेफना विधान सभा क्षेत्र में पहुंचे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि चुगलखोरों की वजह से मैं पार्टी से हटा, क्योंकि इनका काम धरातल पर विकास करना नहीं, बल्कि गंदी राजनीति करना है। उन्हें न तो आमजन से कोई मतलब है और न ही पार्टी हित से। परिस्थितियां बिगड़ती गई और हालात ऐसा हुआ कि मुलायम सिंह यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं शिवपाल सिंह यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। यह सबकुछ एक साजिश के तहत किया गया।
श्री चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से मुलायम को हटाया ही नहीं गया, बल्कि उनके नेतृत्व को भी कमजोर किया गया। वह लोग कौन थे, मै उनका नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन आम सब उन्हें जानते होंगे। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि मुलायम सिंह यादव को यह कहना पड़ा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुसलमान विरोधी है। मैने कभी भी अपने फायदे के लिए राजनीति नहीं की। हां, मैने कहा था कि फायदे के लिए नेता एवं पिता नहीं बदले जाते, लेकिन इसे तोड़ मरोड़कर पेश किया गया। मैने 35 सालों की राजनीति में 25 वर्षों तक सपा की राजनीति की। जब बसपा के घूरा राम एवं सुभाष राम पर कार्रवाई की तलवार लटक रही थी उस समय मै उनके पक्ष में खड़ा रहा। इसकी परवाह नहीं किया कि मैं सपा से जुड़ा हूं। सपा में रहने के बाद भी वसूलों एवं सिद्धांतों की राजनीति करता रहा। अगर किसी के साथ जुल्म व अन्याय होगा, चाहे वह किसी भी जाति-धर्म का हो तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। साम्प्रदायिक ताकतों को उनके मकसद में कामयाब नहीं होने दूंगा। पूर्व विधायक शिवशंकर चौहान, राजनारायण यादव, जवाहर प्रसाद वर्मा, रमेश सिंह, सुभाष राम, महफूज आलम, संतोष राम, डा. इंदल राम, कुबेर तिवारी, संजय राव, संजय भारती, उमाशंकर चौधरी, संतोष चौरसिया, ओमप्रकाश भारती, केशरीनंदन त्रिपाठी, पमपम राय, संजय चौहान, हरेन्द्र राम मौजूद रहे।
Report- Radhey Shyam Pathak