जलाई जाती औरत पीटें जाते अफसर, बलिया की बेहाल कानून व्यस्था
बलिया- उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में कानून का खौफ लगता है जैसे रहा ही नहीं. जिले में हुई वारदातों ने कानून व्यस्था पर सवाल खड़े कर दिए है. पहला मामला है, सूदखोरों के द्वारा महिला को जलाकर मारने के प्रयास का है. जिसमे महिला 80 प्रतिशत जल चुकी है और उसकी गंभीर हालत को देकते हुए डॉक्टरों ने उसे वाराणसी रेफर कर दिया. पुलिस ने अपनी कार्यवाही करते हुए अभियुक्त के खिलाफ धारा 307 ,324 ,506 और SC ,ST का मुकदमा दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में ले लिया है. आपको बता दे कि महिला को पिछले साल भी जलाने का प्रयास किया गया था, जिसका मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है. यह मामला जिले के भीमपुरा थाना क्षेत्र के रजौली गांव का है. 8 मार्च को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रही थी, तो उसी उसी रात सूदखोरों के द्वारा 40 वर्षीय महिला रेशमी देवी को जिंदा जलाया जा रहा था. महिला के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास लोगो ने महिला को बचाया लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गए थे .
परिजनों का आरोप है कि महिला सूदखोरों का पैसा नहीं चुका पाई, जिसके कारण उन्होंने महिला को आग लगा दी.
दूसरा मामला जिले के ही एनसीसी तिराहा के पास का है. देर शाम बाइक सवार तीन बदमाशों ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरपाल सिंह पर हमला कर दिया. जिससे एसीएमओ के साथ गाड़ी चला रहे एनएचएम के डीसीपीएम अजय पांडेय भी गंभीर रूप से घायल हो गए. इस घटना से चिकित्सको में आक्रोश है. पुराने पोस्टमार्टम हाउस के सामने बाइक सवार तीन बदमाशों ओवरटेक करके रास्ता रोक लिया और गाली गलौच करते हुए एसीएमओ पर ईट पत्थर से हमला करने लगे और उनकी कार को क्षतिग्रस्त कर दिया. अपनी जान बचाते हुए दोनों गाड़ी से उतरकर भागने लगे. हमलावर मौके से फरार हो गए. आसपास के लोगो ने पुलिस को इसकी सूचना दी. तो सवाल उठता है कि क्या आप और क्या खास कोई भी सुरक्षित नहीं है. जिले की कानून व्यस्था तार- तार हो रही है और अपराधी जुर्म पर जुर्म कर रहे है.