यहाँ लोगो ने कर दिया ऐलान , नेताओ के लिए है नो एंट्री
चुनाव आते ही सभी राजनीतिक पार्टीयो का लुभावना घोषणापत्र आ जाता है । जिसमे सपने होते है प्रलोभन होता है । कोई कहता है काम बोलता हैं , कोई कहता है अबकी बार हमारी सरकार , लेकिन बलिया में एक ग्रामसभा के लोग यही सवाल उठा रहे है कि आखिर कब तक नेताओ के सपने और लालीपाप के सहारे रहे । इसलिए उन्होंने राजनीतिक पार्टी के नेताओ के अपने गावँ में घुसने पर ही नो एंट्री लगा दी है ।
बलिया में बुनियादी सुविधाओं का दंश झेल रहे बैरिया विधान सभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत नौरंगा के लोगों ने न सिर्फ चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है, बल्कि गांव के बाहर नेताओं के लिए ‘नो-इंट्री’ का बोर्ड भी लगा दिया है। इस बीच, वोट मांगने पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं तथा भाजपा प्रत्याशी को ग्रामीणों ने लौटा दिया। ग्रामीणों के इस रूख से राजनीतिक गलियारों के साथ ही प्रशासनिक अमला परेशान है। विधानसभा क्षेत्र बैरिया अंतर्गत गंगा नदी के पार स्थित नौरंगा ग्राम पंचायत के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। विकास से अछूती रही इस ग्राम पंचायत लोगों ने विधानसभा चुनाव बहिष्कार का ऐलान काफी पहले किया था। तब जानकारी होते ही जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने आधा दर्जन अधिकारियों को नौरंगा भेजकर चौपाल लगवाया था। चौपाल में विकास का आश्वासन भी मिला था। इसके बाद गांव के रास्तों को ठीक करने का काम भी शुरू हुआ, लेकिन वह पूरा नहीं हो सका। आधा अधूरा काम ने ग्रामीणों की नाराजगी और बढ़ा दी। इससे खफा नौरंगा के ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव में जनसंपर्क के लिए आने वाले नेताओं के प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दिया है। गांव के उत्तरी छोर पर स्थित फेंकू बाबा के स्थान पर बैनर-पोस्टर लगा कर ग्रामीण पूरे दिन बैठ रहे हैं। इसके अलावा गांव में जगह-जगह पर पोस्टर-बैनर लगाए गये है। फेंकू बाबा स्थान पर राजमंगल ठाकुर, सुरेंद्र ठाकुर, बरमेश्वर मिश्र, नंदजी यादव, कौशल ठाकुर, रामेश्वर राम, गोपाल ठाकुर, अमरनाथ मिश्रा, शिव कुमार गोंड, रविंद्र ठाकुर, विनोद ठाकुर, रामजी ठाकुर, रमाकांत ठाकुर, घुरन ठाकुर, पंकज मिश्रा, उधारी ठाकुर इत्यादि ग्रामीणों से जब हमने बात की तो सभी का आक्रोश दर्द बनकर बाहर आ गया सभी का कहना बस यही है कि वादे इतने बड़े बड़े और काम कुछ नहीं । इन वादों से हम कब तक गुमराह हो इसलिए न कोई नेता अब हमारे गावँ में न आने पाएगा और न फिर झूठे वादे करेगा
Report- Radheyshyam Pathak