यूपी-बिहार बार्डर पर जिन्दा जले मां-बेटे
बलिया। कहते है आग जीवन के लिए जितनी जरुरी है उठी ही खतरनाक भी | अगर आग के साथ सावधानी नहीं बरती तो अंजाम कुछ भी हो सकता है | ताजा मामला बिहार बार्डर पर स्थित रिविलगंज थाना क्षेत्र के सिताबदियारा के रावल टोला में रविवार की रात शार्ट-सर्किट से लगी आग में एक मासूम संग विवाहिता जिन्दा जल गयी, जबकि एक वृद्धा गंभीर रूप से झुलस गयी। इस घटना में आधा दर्जन लोगों की रिहायशी झोपड़ियां व उसमे रखा सभी सामान जलकर राख का ढेर बन गया। जिले के आखिरी छोर पर स्थित सिताबदियारा (रावल टोला) निवासी रामजी चौधरी के घर के सभी लोग रविवार की रात खाना खाने के बाद सो रहे थे।
तभी बिजली के केबल से शार्ट सर्किट होकर उनकी झोपड़ी में आग लग गयी। लेकिन घर के अंदर के लोगों को आग का पता तो तब चला, जब उनकी झोपड़ी के बाहर चारों ओर से आग की लपटें उठने लगी। फिर तो झोपड़ी में अपने पांच वर्षीय पुत्र बलिराम के साथ सो रही रामजी की पत्नी प्रमिला देवी उसी में घिर गयी। वह आग की लपटों से बच्चे के साथ खुद को भी बचाने का प्रयास की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली और मां-बेटे बुरी तरह झुलसकर मौके पर ही दम तोड़ दिये। शोर सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन देर हो चुकी थी। फिर भी काफी मशक्कत के बाद घर के अंदर फंसे परिवार के लोगों को बाहर निकाला गया। इस घटना में रामजी चौधरी के अलावा वृंदा चौधरी, रामसुंदरी देवी, राजबिहारी चौधरी, शंभू चौधरी, रामानंद चौधरी आदि की झोपड़ियां और उसके अंदर रखे अनाज, आभुषण तथा अन्य सामान राख हो गया। इस घटना में मृतका प्रमिला की सास रामसुंदरी देवी (78) भी बुरी तरह झुलस गई है। उनका उपचार गांव में ही कराया जा रहा है, लेकिन उनकी हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।
तभी बिजली के केबल से शार्ट सर्किट होकर उनकी झोपड़ी में आग लग गयी। लेकिन घर के अंदर के लोगों को आग का पता तो तब चला, जब उनकी झोपड़ी के बाहर चारों ओर से आग की लपटें उठने लगी। फिर तो झोपड़ी में अपने पांच वर्षीय पुत्र बलिराम के साथ सो रही रामजी की पत्नी प्रमिला देवी उसी में घिर गयी। वह आग की लपटों से बच्चे के साथ खुद को भी बचाने का प्रयास की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली और मां-बेटे बुरी तरह झुलसकर मौके पर ही दम तोड़ दिये। शोर सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन देर हो चुकी थी। फिर भी काफी मशक्कत के बाद घर के अंदर फंसे परिवार के लोगों को बाहर निकाला गया। इस घटना में रामजी चौधरी के अलावा वृंदा चौधरी, रामसुंदरी देवी, राजबिहारी चौधरी, शंभू चौधरी, रामानंद चौधरी आदि की झोपड़ियां और उसके अंदर रखे अनाज, आभुषण तथा अन्य सामान राख हो गया। इस घटना में मृतका प्रमिला की सास रामसुंदरी देवी (78) भी बुरी तरह झुलस गई है। उनका उपचार गांव में ही कराया जा रहा है, लेकिन उनकी हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।
Report- Radheyshyam Pathak