बस्ती में पत्रकारों ने मनाई होली
बस्ती- होली के रंगों में समरसता, गंगा जमुनी तहजीब और प्यार मोहब्बत की खुशबू छिपी है। होली का त्योहार हमें हमें क दूसरे के करीब लाते हैं। यह बातें प्रेस क्लब सभागार में प्रेस क्लब की ओर से आयोजित होली मिलन समारोह में कौशाम्बी के एआरटीओ डा. शंकरजी सिंह ने कहीं। वे समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये। पत्रकारों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की शुभकानायें दीं। ई टीवी के कलाकार रमेश राना की प्रस्तुति ‘कजरा काहे के लगाई, बिहने चलिये जइबा तूं‘ से कार्यक्रम की शुरूआत हुई। इसके बाद शंकरजी सिंह की काव्य रचना ‘नेह का अर्पण मिला‘ प्रेस क्लब के अध्यक्ष विनोद कुमार द्वारा प्रस्तुत ‘रहि रहि देखी डगरिया हो, राग कहसन ई लागल, बतिया न बूझे संवरिया हो, रोग कहसन ई लागल‘ के बाद तो पूरा माहौल होली के रंग में डूब गया।
सलीम बस्तवी, पूर्व सूचना निदेशक दशरथ यादव, लालमणि प्रसाद, रहमान, हास्य कवि डा. रामकृष्ण लाल जगमग, पंकज सोनी, सत्येन्द्रनाथ मतवाला सहित कई कवियों शायरों और पत्रकारों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मनारंजन किया। विनोद उपाध्याय के गीत ‘हरा रंगवइबू कि लाल रंगवइबू, फाल्गुन में बोला भउजी का का रंगाई, खोजब इण्टरनेट से रे गोरिया जैसे गोतों ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। करीब डेढ़ घण्टे तक चला रंगारंग कार्यक्रम प्रेस क्लब के लिये यादगार बन गया। सारे भेदभाव गिले शिकवे भुलाकर सभी ने खूब मस्ती की। संगीत गुरू राजेश आर्या ने ‘होली खेलें रघुवीरा‘ सअंत तक कार्यक्रम को जीवंत बनाये रखा। कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार उपाध्याय तथा अध्यक्षता संरक्षक प्रकाश चन्द्र गुप्ता ने की। मौके पर महेन्द्र तिवारी, डा. सत्यव्रत, एसपी श्रीवास्तव, विपिन बिहारी, अनिल सिंह, डा. वीपी त्रिपाठी, राकेश बिन्नू, अशोक श्रीवास्तव, राजेश पाण्डेय, वसीम, तनवीर, काशी दुबे, देवेन्द्र पांडे, संजय राय, कमलेश सिंह, दिनेश मिश्रा, विश्राम, राकेश तिवारी, अनिल श्रभ्वास्तव, सर्वेश, वशिष्ठ पांडे, कौशल, केके उपाध्याय, रामअवतार, राकेश गिरि, दिनेश पांडे, मकील अहमद, विवेक श्रीवास्तव, अनिल भेलखा, विजय पांडे, संदीप गोयल सहित सैकड़ों पत्रकार मौजूद रहे।
Report- Rakesh Giri