मोदी और संघ की नजदीकी काम आई ,बन गए मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह
यूपी के योगी ब्रिगेड में शामिल हुए जालौन के स्वतंत्र देव सिंह को आखिरकार मोदी और संघ से जुडी निष्ठा काम आई । उन्हें यूपी की योगी सरकार में मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)पद से नवाजा गया है ,इस खुशी में शामिल जालौन के लोग काफ़ी उत्साह में नज़र आये , स्वतंत्र देव सिंह मूल रूप से मिर्ज़ापुर के है लेकिन उनकी परवरिश और पढ़ाई लिखाई जालौन के मुख्यालय उरई में हुई है। आज जब स्वतंत्र देव का नाम राज्यमंत्री के लिए बुलाया गया तो उनके घर के सदस्य काफी खुश हुए। उरई के आवास में स्वतंत्र देव जी के भतीजा और भतीजे रहते है जिन्होंने उनके मंत्री बनने पर ख़ुशी जाहिर की साथ ही आस पास के पडोसी भी काफी उत्साहित दिखे।
घरवालो का कहना है कि हम सब उनके उरई आने का बेसब्री से इन्तजार कर रहे है और उनके आने पर जश्न मनाया जायेगा। वही उनके पड़ोसी का कहना है कि स्वन्त्र देव जी बड़े सरल स्वाभाव के है और संघके साथ जुड़कर उन्होंने पार्टी के लिए लगातार काम किया इसकी निष्ठा का परिणाम है कि आज यूपी सरकार में वे मंत्री बने। स्वतंत्र देव सिंह सुरु से ही संघ से जुड़े हुए है ,और कॉलेज समय से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से DVC डिग्री कॉलेज से छात्र राजनीति में चुनाव भी लड़ चुके है| शुरू से ही राजनीती में रूचि रखने बाले स्वतंत्र देव सिंह भाजापा के सक्रिय कार्यकर्त्ता रहे है | स्वतंत्र देव मोदी जी के बहुत ही करीबी माने जाते है,पीएम नरेन्द्र मोदी की तमाम रैलियों से पहले वे सबसे पहले उस शहर में डेरा डाल देते थे जहां पर मोदी की रैली होने जा रही होती थी। सिंह एक कार्यकर्ता से लेकर सबसे पदाधिकारी तक की जिम्मेदारी खुद तय करते थे ।
घरवालो का कहना है कि हम सब उनके उरई आने का बेसब्री से इन्तजार कर रहे है और उनके आने पर जश्न मनाया जायेगा। वही उनके पड़ोसी का कहना है कि स्वन्त्र देव जी बड़े सरल स्वाभाव के है और संघके साथ जुड़कर उन्होंने पार्टी के लिए लगातार काम किया इसकी निष्ठा का परिणाम है कि आज यूपी सरकार में वे मंत्री बने। स्वतंत्र देव सिंह सुरु से ही संघ से जुड़े हुए है ,और कॉलेज समय से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से DVC डिग्री कॉलेज से छात्र राजनीति में चुनाव भी लड़ चुके है| शुरू से ही राजनीती में रूचि रखने बाले स्वतंत्र देव सिंह भाजापा के सक्रिय कार्यकर्त्ता रहे है | स्वतंत्र देव मोदी जी के बहुत ही करीबी माने जाते है,पीएम नरेन्द्र मोदी की तमाम रैलियों से पहले वे सबसे पहले उस शहर में डेरा डाल देते थे जहां पर मोदी की रैली होने जा रही होती थी। सिंह एक कार्यकर्ता से लेकर सबसे पदाधिकारी तक की जिम्मेदारी खुद तय करते थे ।