कब खुलेगा गुमनामी बाबा का राज ,फिर शुरू हुई नई जाँच
फैज़ाबाद के राम भवन में रहने वाले दिवंगत गुमनामी बाबा उर्फ़ भगवन जी की पहचान क्या है ? कौन थे गुमनामी बाबा ? उनके मानने वाले उनको नेता जी सुभाष चंद्र बोस मानते थे क्या वास्तव में वह नेता जी थे ? अब इन प्रश्नों का जवाब खोजने के लिए पूर्व जस्टिस विष्णु सहाय के नेतृत्व में नेता जी सुभाष चंद्र बोस विचार केंद्र की याचिका पर हाई कोर्ट के आदेश पर आयोग का गठन प्रदेश सरकार ने किया है| आयोग की टीम पूर्व जस्टिस विष्णु सहाय के नेतृत्व में गुमनामी की पहचान के लिए उनसे जुड़े लोगो की गवाही दर्ज कर रहा है | फैज़ाबाद राम भवन में रहे गुमनामी बाबा उर्फ़ भगवन जी के रहस्यो से पर्दा उठाने के लिए गठित आयोग में बयानों का दौर जारी है| अब तक 35 लोगो का बयान दर्ज हो चुका है|
गुमनामी बाबा की पहचान को सामने लाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है| फैजाबाद के राम भवन में रह रहे गुमनामी बाबा उर्फ़ भगवन जी नेता जी सुभाष चंद्र बोष थे या कोई और थे, इसको लेकर हाई कोर्ट के आदेश पर प्रदेश सरकार द्वारा बनाये गए रिटायर्ड जस्टिस विष्णु सहाय आयोग में बयान दर्ज किये जा रहे है| अयोध्या राम कथा संघ्रालय में गवाहियों को दर्ज करने के लिए रिटार्ड जस्टिस विष्णु सहाय की अध्यक्षता और नेता जी सुभाष चंद्र बोस विचार केंद्र के अध्यक्ष शक्ति सिंह साथ बयानों को दर्ज किया जा रहा है और उनसे जुडी चीजों की जाँच भी की जा रही है| आपको बता दे कि अबतक 35 गवाहों को गुमनामी बाबा उर्फ़ भगवन जी के रहस्यो को सामने लाने के लिए गवाही दी है |आज से आयोग ने उनके सामानों का निरिक्षण शुरू कर दिया है जिसमे राम भवन से मिली तस्वीरों घड़ियों और प्रमुख सामनो से पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या गुमनामी बाबा ही नेता जी सुभाष चन्द्र बोस थे| गुमनामी बाबा के महत्वपूर्ण सामानो को फैज़ाबाद के कोषागार से अयोध्या राम कथा संग्रहालय में संग्रहित किया गया है जहाँ भारी सुरक्षा के तहत निगरानी कराई जाती है ।
गुमनामी बाबा की पहचान को सामने लाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है| फैजाबाद के राम भवन में रह रहे गुमनामी बाबा उर्फ़ भगवन जी नेता जी सुभाष चंद्र बोष थे या कोई और थे, इसको लेकर हाई कोर्ट के आदेश पर प्रदेश सरकार द्वारा बनाये गए रिटायर्ड जस्टिस विष्णु सहाय आयोग में बयान दर्ज किये जा रहे है| अयोध्या राम कथा संघ्रालय में गवाहियों को दर्ज करने के लिए रिटार्ड जस्टिस विष्णु सहाय की अध्यक्षता और नेता जी सुभाष चंद्र बोस विचार केंद्र के अध्यक्ष शक्ति सिंह साथ बयानों को दर्ज किया जा रहा है और उनसे जुडी चीजों की जाँच भी की जा रही है| आपको बता दे कि अबतक 35 गवाहों को गुमनामी बाबा उर्फ़ भगवन जी के रहस्यो को सामने लाने के लिए गवाही दी है |आज से आयोग ने उनके सामानों का निरिक्षण शुरू कर दिया है जिसमे राम भवन से मिली तस्वीरों घड़ियों और प्रमुख सामनो से पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या गुमनामी बाबा ही नेता जी सुभाष चन्द्र बोस थे| गुमनामी बाबा के महत्वपूर्ण सामानो को फैज़ाबाद के कोषागार से अयोध्या राम कथा संग्रहालय में संग्रहित किया गया है जहाँ भारी सुरक्षा के तहत निगरानी कराई जाती है ।