बदहाली का दंश झेलती पुलिस लाइन की आटा चक्की, कई दिनों से कर रही है बिजली का इंतजार
लखनऊ- प्रदेश के हर नागरिक की समस्या में खड़ी पुलिस लगता है खुद की समस्या सुलझा पाने में असमर्थ साबित होती है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित आटा चक्की बदहाली का शिकार हो चुकी है. यहाँ पर 6 मई से बिजली की सप्लाई बाधित है, जिसके कारण अनाजों के पिसाई का कार्य पूरी तरह बंद है. बिजली ना आने की शिकायत सभी जिम्मेदारों से करने के बाद भी बस यही आश्वासन मिलता है कि जल्द ही ठीक हो जाएगी. 5 दिन बीत जाने के बाद भी हालात जस के तस है. शिकायत को ना तो लेसा सुनने को तैयार है और ना जिम्मेदार अधिकारी, हर कोई बस आश्वासन ही देते जा रहा.
प्रदेश की राजधानी होने के बाद भी जब कोई शिकायत सुनने को तैयार नहीं है, तो बाकी प्रदेश में शिकायतों का क्या हाल होगा यह जानना ज्यादा मुश्किल नहीं है. अभी चंद दिनों पहले ही पुलिस वीक मनाने के लिए भले ही कितने पैसे खर्च किये गए हो लेकिन लगता है पुलिस लाइन की आटा चक्की बनवाने के लिए पुलिस विभाग के पास पैसे नहीं है. हालात यह हो गए है कि आटा चक्की पर कई दिनों का अनाज जमा हो गया. चक्की पर काम करने वाला भगवान दास लोगों को बस यही दिलासा देता रहता है कि जल्द ही बिजली आ जाएगी और आपकी पिसाई कर दी जाएगी. यही दिलासा देते- देते पांच दिन बीत चुके है लेकिन हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे है. आपको बता दे कि रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ में स्थित आटा चक्की व तेल कोल्हू किराना स्टोर का लोकार्पण अभी चार महीनों पहले ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ दीपक कुमार के द्वारा किया गया था. लोकार्पण के चार महीनों बाद ही आटा चक्की बिजली के लिए मोहताज हो गयी है. हालात अब ऐसे हो गए है कि कब साहब सुध लेंगे और चक्की चलेगी. साहब सुध ले भी तो कैसे, कौन सा इससे उनको कोई फर्क पड़ रहा है. हालत ऐसे होने का कारण यह भी है कि जिम्मेदारी तय कर पाना भी बड़ा मुश्किल हो जाता है और जो जिम्मेदार है वह कोई कारण बता कर अपना पल्ला झाड़ लेते है. तो बस इंतजार करिए साहब के सुध लेने का …