कोरिया की महारानी की अयोध्या में मनी धूमधाम से सालगिरह
अयोध्या में आज भारत कोरियाई स्मारक के16 वें वर्षगाठ पर धर्म नगरी अयोध्या में जन्मी महारानी हों की सालगिरह धूमधाम से मनाई गयी । महारानी हों के स्मारक पर भारत और कोरिया दल के 65 सदस्यीय टीम की मिली जुली सांस्कृतिक विरासत का अद्भुद नज़ारा देखे को मिला । महारानी हों की 16 वीं सालगिराह मानाने कोरिया से आये उनके वंशजो ने पारंपरिक रूप से महारानी हों और अयोध्या के संबंधों में एक बार फिर वही मिठास भर भारत कोरिया के 2000 वर्ष पुराने संबंधों को मजबूत रखने का आशीर्वाद महारानी हों से माँगा । पिछले 16 वर्षो से अयोध्या में जन्मी महारानी हो के स्मारक पर कोरिया गणराज्य से पारंपरिक सदभाव की रीतियों को मधुर बनाने एक दल अयोध्या प्रतिवर्ष आता है और महारानी हों के स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित करके परम्परागत कार्यक्रम किया जाता है ।
2000 वर्ष पुराने कोरिया गणराज्य में आज भी अयोध्या से कोरिया गयी महारानी हों के अयोध्या और कोरिया के रिश्ते की मधुरता का जीत जागता नज़ारा देखा जा सकता है । अयोध्या से जाकर महारानी हों ने कोरिया के राजकुमार से विवाह कर लिया और महारानी हो के नाम से विश्व में विख्यात हुई .यही कारण है कि कोरिया गणराज्यवासी अयोध्या को अपनी ननिहाल मानते है इतना ही नहीं महारानी हों के वंशज होने का गर्व महसूस करते है । बीते कई वर्षो से कोरिया और अयोध्या के इसी रिश्ते को मजबूत डोर में बाँधने की कोशिशे चल रही थी । आपको बता दे अयोध्या और कोरिया के इस संबंध को प्रगाढ़ बनाने के लिए कोरिया सरकार और प्रदेश सरकार ने महारानी हों के स्मारक के सौन्द्रीयकरण और उसे भाव रूप देने के लिए महत्वपूर्ण योजनाओ की भी बात कही है जिसमे स्मारक के आसपास 5 हैक्टेयर जमीन के साथ 56 करोड़ रुपये धनराशि प्रस्तावित होनी है जिसपर प्रदेश सरकार के साथ कोरिया दल काम भी कर रहा है। इसी के साथ यह रिश्ता और मजबूती के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है ।