क्या शशिकला को तमिलनाडु की जनता स्वीकार्य करेंगी !
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री सुश्री जयललिता के निधन के बाद उनके सबसे करीबी शशिकला को उनकी जगह ताजपोशी की जानी थी लेकिन ताजपोशी का कार्यक्रम आज रद्द हो गया है| शशिकला की तरफ से लोगों का कहना है कि ज्योतिषी की सलाह पर सपथ ग्रहण का फैसला टाल दिया गया है लेकिन सूत्र बताते है की इसमें सबसे बड़ा कारण शशिकला के मुख्यमंत्री बनने की खिलाफ एक एनजीओ ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है| याचिका में शशिकला और जयललिता के ऊपर चल रहे मामलें में 1 हफ्ते में फैसला आने की बात की गई है | शशिकला बेदाग कभी नहीं थी और दाग जयललिता पर भी कम नहीं थे लेकिन तमिलनाडु को जयललिता मंजूर थी| अब शशिकला जयललिता की जगह लेना चाहती है लेकिन इसमें बहुत बड़ी रुकावट है | शशिकला की ताजपोशी में दो रुकावटें हैं एक तो किसी ज्योतिषी की सलाह और दूसरा शशिकला के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में ताजपोशी रोकने मामला जिसमे सुप्रीम कोर्ट में जयललिता के शपथ ग्रहण समारोह पर रोक लगाने की मांग की गई है| सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में शशि कला के आय से अधिक संपत्ति के मामले में फैसला आने की बात कही गई है| तमिलनाडु की सीएम के खिलाफ इसके अलावा और भी चुनौती है क्योंकि शशीकला काफी दिनों से राजनीति में सक्रिय नहीं थी | शशिकला को आने वाले 6 महीने में किसी न किसी सीट से चुनाव जीतना होगा | शशिकला को पार्टी का समर्थन तो मिल गया है लेकिन उनको तमिलनाडु की जनता का प्यार और साथ अभी तक नहीं मिला|वही विरोधी लोग इसको तमिलनाडु की जनता के साथ धोखा बता रहे हैं | क्यूंकि तमिलनाडु की जनता ने जयललिता को बहुमत दिया था न की शशिकला को | शशिकला के साथ मुसीबत यह भी है कि शशिकला में जयललिता जैसे सियासत के गुण नहीं है और लोगों के बीच में उतनी पसंद भी नहीं की जाती जितनी जयललिता की जाती थी | शशिकला के मुख्यमंत्री बनने के एलान के बाद से तमिलनाडु की जनता में वह उत्साह भी नहीं दिख रहा है जिताना जयललिता के लिए दीखता था |