केशव मौर्य और ओम माथुर के सामने ही लगे उनके मुर्दाबाद के नारे
वाराणसी – भारतीय जनता पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष इस कदर है कि मोदी के गढ़ मे ही इनके सामने इनके मुर्दाबाद के नारे लग रहे है । निशाने पर सबसे अधिक यूपी भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या और यूपी प्रभारी ओम माथुर ही है। दरअसल टिकट बटवारे के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मोर्या जैसे ही वाराणसी में कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के लिए पहुचे उल्टा उनको विरोध झेलना पड़ा। बाबतपुर स्थित एक होटल में चल रहे पूर्वांचल के भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में जैसे ही केशव प्रसाद मोर्या और वरिष्ट नेता ओम माथुर पहुचे वैसे ही कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत मुर्दाबाद के नारों से साथा किया।
टिकट बटवारे को लेकर मुख्य रूप से वाराणसी के कैण्ट, रोहनिया, जौनपुर के सदर, जौनपुर के ही बदलापुर और मिर्जापुर के मड़िआऊ विधानसभा को लेकर था। विरोध होता देख केशव प्रसाद मोर्या से बैठक से बाहर भी जाने की गुजारिश कर दी।साफ़ जाहिर है कि कार्यकर्ताओ में न सिर्फ गुस्सा है बल्कि टिकट बंटवारे को लेकर भारी असंतोष भी है । शायद इसीलिये टिकट वितरण से पहले अव्वल बताई जा रही भाजपा अब अपने अंदर के अंतरकलह से जूझ रही है ।राजनीतिक मामलो के जानकार कहते है कि अगर पार्टी ने इस असंतोष पर शीघ्र काबू न पाया तो इसका उसे खामियाजा भुगतना पड़ सकता है ।
टिकट बटवारे को लेकर मुख्य रूप से वाराणसी के कैण्ट, रोहनिया, जौनपुर के सदर, जौनपुर के ही बदलापुर और मिर्जापुर के मड़िआऊ विधानसभा को लेकर था। विरोध होता देख केशव प्रसाद मोर्या से बैठक से बाहर भी जाने की गुजारिश कर दी।साफ़ जाहिर है कि कार्यकर्ताओ में न सिर्फ गुस्सा है बल्कि टिकट बंटवारे को लेकर भारी असंतोष भी है । शायद इसीलिये टिकट वितरण से पहले अव्वल बताई जा रही भाजपा अब अपने अंदर के अंतरकलह से जूझ रही है ।राजनीतिक मामलो के जानकार कहते है कि अगर पार्टी ने इस असंतोष पर शीघ्र काबू न पाया तो इसका उसे खामियाजा भुगतना पड़ सकता है ।





















