तीन तलाक – मुस्लिम महिलाओं को 6 महीने के लिए मिली आज़ादी
मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक से आजादी मिल गयी है . आज सुप्रीम कोर्ट ने अपने इस बड़े फैसले में ट्रिपल तलाक को 6 महीने के लिए बैन कर दिया है . इतने सालों से ट्रिपल तलाक का दंश झेल रही महिलाओं को सुप्रीम कोर्ट से काफी उम्मीदें थी . सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सबका पक्ष सुनने के बाद आज इस पर फैसला दिया है यह आजाद हिंदुस्तान का सबसे बड़ा सुधार होगा है इसके साथ ही मुस्लिम महिलाओं को 70 साल से ट्रिपल तलाक का जो दंश झेल रही थी उससे आजादी मिल गयी है . आपको बता दें इस फैसले का फर्क 9 करोड़ मुस्लिम महिलाओं पर पड़ा है . आपको बता दें मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक के नाम पर हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा है हद तो तब हो गई जब मुस्लिम महिलाओं को फोन पर, WhatsApp पर तलाक दिया जाने लगा जो कि कुरान में कहीं भी नहीं लिखा है. इस तरह की बढ़ती घटनाओं के बाद से मुस्लिम महिलाओं ने इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और आज सुप्रीम कोर्ट इस बात पर मुहर लगा दी .
सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की बेंच इस पर सुनवाई कर रही थी . मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि ट्रिपल तलाक पर संसद में कानून बने अब इसके बाद बाकी बचे 4 जजों में से तीन जजों ने कहा की तीन तलाक असवैधानिक है . इससे यह साफ़ हो गया की अब तीन तलक ख़त्म हो गया है . कोर्ट के फैसले के बाद सारा दारोमदार अब केंद्र सरकार पर आ गया है अब देखने वाली बात होगी केंद्र सरकार इस पर क्या कानून बनाती है . यह तो साफ है सरकार के सामने यह बड़ी चुनौती होगी कि वह महिलाओं के हक में आता है या इसको ऐसे ही बने रहने देता है. जानकारों की मानें तो केंद्र सरकार इस मामले पर महिलाओं के हक में ही आएगी क्योंकि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार इसका हमेशा से विरोध करती रही है तो अभी अब देखने वाली बात होगी कि केंद्र सरकार इस पर कब कानून लाती है