बेटे के विवाह से पहले ,कर्ज से परेशान किसान ने की आत्महत्या
भले ही राजनीतिक पार्टियाँ चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा किसान की फ़िक्र जताती हो या राहुल गाँधी का गरीब के घर जा कर खाना खाते हो | पर असलियत यही है कि किसान मर रहा है और राजनीतिक पार्टियाँ केवल अपनी राजनीति चमका रही है | किसान का नाम ले कर पैसे बना रही है और किसान की हालत बद से बदत्तर होती जा रही है और किसान आत्महत्या करने को मजबूर है और कही ना कही से किसी कर्ज में डूबे हुए किसान के मरने की खबर आ ही जाती है |ताजा मामला उत्तर प्रदेश का है जहाँ आजकल राजनीति अपने चरम पर है | उत्तर प्रदेश के बलिया के डूहीजान में कर्ज से परेशान किसान के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बताया गया है कि किसान ने यह कदम कर्ज न चुका पाने और आर्थिक तंगी के चलते उठाया है | लोगों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है |