खाड़ी देश में हुई बलिया के लाल की मौत
बलिया। अपना देश और अपने परिवार छोड़कर पैसे कमाने के लिए अक्सर लोग दूसरे देश चले जाते है | पर अपनों के ना होने की वजह से अपना सही से ध्यान नहीं रख पते है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है और कुछ ऐसा ही हुआ बलिया के चिलकहर विकास खंड के रामपुर निवासी आशीष चौहान के साथ | जो मन में हजार सपने लिए अपने परिवार वालों और अपने देश को छोड़कर खाड़ी देश में नौकरी करने गया था जिससे वह अपना और अपने परिवार वालों का अच्छे से ध्यान रख सके | पर नियती को कुछ और मंजूर था | खाड़ी देश में बीमारी के चलते आशीष को अपनी जान गवानी पड़ी ।
इसकी खबर मिलते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया। घरवालों का लाल अब दुनिया छोड़ कर जा चुका है | घर वालों को अफ़सोस है कि वह अपने लाल के साथ नहीं थे | युवक का शव बुधवार को यहां आने की उम्मीद है। आपको बता दे कि पारस चौहान का पुत्र आशीष (30) चार वर्ष पूर्व खाड़ी देश कमाने गया था और एक वर्ष पूर्व यहां आया था। इसके बाद वह फिर खाड़ी देश में जाकर वह काम करने लगा। इसकी मौत की सूचना से परिवार में मातम छा गया है। उसके शव के आने के इंतजार में परिवार वाले गम में डूबे हैं।
इसकी खबर मिलते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया। घरवालों का लाल अब दुनिया छोड़ कर जा चुका है | घर वालों को अफ़सोस है कि वह अपने लाल के साथ नहीं थे | युवक का शव बुधवार को यहां आने की उम्मीद है। आपको बता दे कि पारस चौहान का पुत्र आशीष (30) चार वर्ष पूर्व खाड़ी देश कमाने गया था और एक वर्ष पूर्व यहां आया था। इसके बाद वह फिर खाड़ी देश में जाकर वह काम करने लगा। इसकी मौत की सूचना से परिवार में मातम छा गया है। उसके शव के आने के इंतजार में परिवार वाले गम में डूबे हैं।
Report- Radheyshyam Pathak