बलिया: घर में घुसकर महिला लेखपाल की पिटाई
उत्तर प्रदेश के बलिया में एक महिला लेखपाल को जाँच करना महंगा पड़ उसकी जाँच से नाराज महिलाओं ने पिटाई कर डाली | जी हाँ आप बिलकुल सही पढ़ रहे है | आजकल हालात ऐसे है की लोग कानून को हाथ में लेने से बाज नहीं आते है | सूत्रों की माने तो बलिया के बैरिया तहसील क्षेत्र की लेखपाल ज्योति गुप्ता को अपने ही जांच करना महंगा पड़ गया और अंजाम यह हुआ कि महिलाओं ने उनकी पिटाई कर दी। अब इसे क्या कहाँ जाये अगर आपको किसी से शिकायत है तो आप कानून के पास जाइये इस तरह हाथ उठाने से समाधान थोड़ी निकलेगा | फ़िलहाल छोडिये घायल लेखपाल को सोनबरसा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ उनका इलाज हुआ | दोनों पक्षों ने थाने में एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है अब पुलिस के जाँच के बाद ही पता चलेगा की आखिर मामला क्या था |
यह था पूरा मामला
सूत्रों की माने तो पूरे मामले की शुरुवात होती है लेखपाल शिव मंगल राम से , शिव मंगल राम को लेखपाल ज्योति गुप्ता के गाँव में चकगिरधर में राज दुलारी के यहाँ वारिस प्रमाणपत्र की जाँच करने के लिए जाना था पर लेखपाल साहब ने खुद जाने की बजाय इसकी जाँच उसी गाँव की रहने वाली लेखपाल ज्योति गुप्ता को करने को कह दिया | लेखपाल शिवमंगल के कहने पर ज्योति गुप्ता ने राज दुलारी के वारिस प्रमाण पत्र की जांच की और इसकी रिपोर्ट लेखपाल शिवमंगल राम को दे दी । जैसे ही अगला दिन आया तो उसी गाँव की सीमा देवी अन्य महिलाओं को लेकर लेखपाल ज्योति गुप्ता के घर जा पहुंची | सीमा गुप्ता ने लेखपाल ज्योति गुप्ता से पूछा की आप तो हमारे गाँव की लेखपाल नहीं है तो किस हक़ से आपने जाँच की | इसी बात को लेकर विवाद बढ़ता गया और महिलाओं ने लेखपाल ज्योति गुप्ता की पिटाई कर दी। तो सवाल यहाँ पिटाई का ही नहीं और भी है| लेखपाल शिवमंगल राम को खुद उस गाँव जा कर जाँच नहीं करनी चहिये थी जिस गाँव के वह लेखपाल है | क्या लेखपाल ज्योति गुप्ता को जाँच करने से मना नहीं करना चाहिए था जब वह उनके क्षेत्र में नहीं आता है और क्या सीमा गुप्ता को लेखपाल के जाँच करने से शिकायत थी तो उन्हें कानून के पास नहीं जाना चाहिए था खुद ही कानून को हाथ में उठा लेना चाहिए था | सवाल तो कई है पर आखिर इसका जवाब देगा कौन | हालाँकि मामले कीसच्चाई जाँच के बाद सामने आएगी | यह आपसी रंजिस का भी मामला हो सकता है |
Report- Radheyshyam Pathak