विधायक जी हम भी पुलिस है आपकी क्यों सुने !
फिर दोनों युवक अपने द्वारा निर्वाचित विधायक तक अपनी बात लेकर पहुचें| विधायक सुरेन्द्र सिंह को अपना सारा मामला बताया | विधायक जी ने शिकायत सुनने के बाद थाने के थाना अध्यक्ष केके तिवारी को फोन कर दीवान और मुंशी की शिकायत करते हुए युवकों का चरित्र प्रमाण पत्र सत्यापन करने को कहा। थाना अध्यक्ष को विधायक जी का यूँ फोन करना अखर गया | थाना अध्यक्ष के यहां जब दोनों युवक दुबारा पहुंचे तो थाना अध्यक्ष ने दोनों युवकों की जमकर क्लास लगाई और बुरा भला कहते हुए चरित्र प्रमाण पत्र वापस हो गया कहते हुए सत्यापन नहीं किया। कहते है न कि पुलिस के पास किसी काम को करने और न करने के 100 बहाने होते है | पुलिस ने किया भी कुछ ऐसा ही | दोनो युवकों ने थाना अध्यक्ष द्वारा अपने साथ किए गए अमर्यादित व्यवहार की बात विधायक को बताई | विधायक जी ने युवकों को आश्वस्त किया कि शपथ ग्रहण के बाद व्यवस्था सुधार पर अभियान चलाया जायेगा और बैरिया में रिश्वत व वसूली नहीं चलेगी। इसके लिए जो भी करना पड़े वो किया जायेगा। जब हमने थाना अध्यक्ष से इस मामले पर बात की तो उनकी सफाई भी सुन लीजिए | थाना अध्यक्ष ने कहा दोनों युवकों को 09 मार्च को बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं आये। इसलिए उनका आवेदन बलिया वापस भेज दिया गया है। अब थाना अध्यक्ष तो थाना अध्यक्ष है जाहिर है थाने में उनकी ही चलेगी |