अब बाहर आएगा जबाहर बाग का सच , पहुची सीबीआई टीम
जबाहर बाग कांड से जुड़ी फाइलों और प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई की पत्रावलियों का अध्ययन करने के बाद बुधवार को सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम मथुरा पहुॅची। टीम ने घटनास्थल जवाहर बाग पहुॅचकर करीब ढाई घंटे तक बाग का बारीकी से निरीक्षण किया और 2 जून 2016 की घटना से जुड़े हर पहलू पर गहनता से जांच की। दोपहर करीब एक बजे पहुॅची सीबीआई टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों से कब्जाधारियों के यहां रहने आदि गतिविधियों की जानकारी लेने के साथ पुलिस कार्रवाई के समय जेल के समीप से तोड़ी गई दीवार का भी स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पुलिस और प्रशासन के उन अधिकारियों को भी मौके पर बुला लिया जो घटना के वक्त यहां मौजूद थे। बाग को खाली कराने को लेकर हुई कार्रवाई में शहीद एसपी मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष कुमार के साथ जवाहर बाग को खाली कराने के समय मौजूद रहे प्रशासनिक अधिकारी और पुलिसकर्मियों से भी सीबीआई टीम ने पूछताछ करने के साथ ही घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली।
टीम ने उस जगह का फोरंसिक निरीक्षण किया जहां पर एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की हत्या की गई थी इसके साथ ही बाग में हर उस एंगल से जांच की जिससे सत्यता का पता चल सके। बता दें कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश के पर जवाहर बाग कांड की जांच कर रही सीबीआई को दो माह के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करनी है और अब तक इस मामले से जुड़ी फाइलों और मथुरा जिला प्रशासन और शासन के बीच हुए पत्राचार और बाग से सम्बन्धित हुई कार्रवाई से जुड़े दस्तावेजों को खंगालने के बाद बुधवार को टीम जबाहर बाग के स्थलीय निरीक्षण के लिए घटनास्थल पर पहुॅची। बता दें कि 2 जून 2016 को कब्जाधारियों से जबाहर बाग को खाली कराने में हुए खूनी संघर्ष में दो पुलिस अधिकारी शहीद हो गए थे जबकि 27 कब्जाधारियों की मौत हुई थी।
टीम ने उस जगह का फोरंसिक निरीक्षण किया जहां पर एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की हत्या की गई थी इसके साथ ही बाग में हर उस एंगल से जांच की जिससे सत्यता का पता चल सके। बता दें कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश के पर जवाहर बाग कांड की जांच कर रही सीबीआई को दो माह के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करनी है और अब तक इस मामले से जुड़ी फाइलों और मथुरा जिला प्रशासन और शासन के बीच हुए पत्राचार और बाग से सम्बन्धित हुई कार्रवाई से जुड़े दस्तावेजों को खंगालने के बाद बुधवार को टीम जबाहर बाग के स्थलीय निरीक्षण के लिए घटनास्थल पर पहुॅची। बता दें कि 2 जून 2016 को कब्जाधारियों से जबाहर बाग को खाली कराने में हुए खूनी संघर्ष में दो पुलिस अधिकारी शहीद हो गए थे जबकि 27 कब्जाधारियों की मौत हुई थी।