मैंने और योगी आदित्यनाथ के गुरु ने तोडवाया विवादित ढांचा





ram vilas vedanti

पूर्व भाजपा सांसद और सदस्य राम जन्म भूमि न्यास राम विलास दास वेदांती ने अयोध्यावाद पर बड़ा  खुलासा करते हुए कहा 5:00 बजे शाम को यहां बैठक थी या बैठक 10:30 बजे तक चली क्या निर्णय हुआ कि कल कारसेवक उस ढांचे को निश्चित रुप से तोड़ेंगे और कारसेवकों को तोड़ने से हम लोग मना नहीं कर पाएंगे इसलिए प्रतिकात्मक कार सेवा की जाए बालू रखकर कारसेवक संतोष कर लें लेकिन जब बालू बात आई प्रतीकात्मक बात आई तो कारसेवकों के गले के नीचे नहीं उतरा और कारसेवक लोग हमारे वशिष्ठ भवन में गए हमसे पूछे कि वेदांती जी क्या करना है हमने कहा उस खण्डहर को जब तक नहीं तोड़ेंगे तब तक मंदिर का निर्माण नहीं होगा रात को 11:00 बजे माननीय प्रधानमंत्री नरसिंघा राव का फोन मेरे पास आया उस समय लैंडलाइन फोन था मोबाइल नहीं था नरसिंह राव जी ने हमसे पूछा वेदांती जी कल क्या होगा हमने कहा हमने कारसेवकों से कह दिया है कि जब तक विवादित ढांचा नहीं तोडेंगे उस खण्डहर को नहीं तोड़ेंगे तब तक मंदिर का निर्माण नहीं होगा| [embedyt] http://www.youtube.com/watch?v=adD7IXrhf-k[/embedyt]

तब नरसिंघा राव ने कहा टूट जाने दो जो होगा देखा जाएगा हमने नरसिंघा राव से कहा आप अपनी सेना को अयोध्या मत भेजिएगा क्योंकि सेना आएगी तो कारसेवक इधर-उधर हो जाएंगे नरसिंघा राव ने कहा कोई सेना नहीं आएगी कोई पुलिस नहीं जाएगी किसी भी तरह से उस खंडार को तोड़कर राम मंदिर का निर्माण कराइए फिर 6 दिसंबर को 6:00 बजे जब मैं जाने लगा तब नरसिंघा राव जी का फिर फोन मेरे पास आया कि वेदांती जी कहां है तो मैंने कहा मैं वशिष्ठ भवन में हूं जा रहा हूं विवादित ढांचा जिसे लोग कहते हैं और हम लोग राम मंदिर कहते हैं राम जन्मभूमि उस खंडार को तोड़ेंगे और राम लला की पुनर्स्थापना करेंगे उसमें पूज्य महंत अवैध नाथ जी थे बामदेव जी महा राज अशोक सिंघल जी और गिरिराज किशोर से ऋतंभरा थी राजमाता विजयराजे सिंधिया थी विनय कटियार यहीं रहते ही थे वह भी यह सारे लोग इसमें थे और मैं जहां तक समझता हूं देशभक्त कारसेवकों की इच्छा के अनुसार या काम हुआ है करोड़ देश का हिंदू जनमानस चाहता था कि वह खंडहर टूटे तभी राम का मंदिर बनेगा और लाखों-करोड़ों कारसेवकों की भावनाओं के अनुसार विश्व हिंदू परिषद के माननीय अशोक सिंघल जी ने हमने और पूज्य महंत अवैध नाथ जी ने खड़े होकर हमसे कहा वेदांती जी जल्दी तोड़वाईये ढांचे को और  मैंने ललकार कर कहा जल्दी से जल्दी इस विवादित ढांचे को को तोड़ दो जिससे विवाद  रह ना जाए ना रहेगा बांस 9:00 बजे बांसुरी उस खंडार को क्यों कर जब आप लोग बिल्कुल समतल कर देंगे तब रामलला का भव्य मंदिर बनेगा यह बात सत्य है कि आडवाणी जी ने कभी नहीं कहा की ढांचा तोड़ो जोशी जी ने कभी नहीं कहा की तोड़ो राजमाता विजयराजे सिंधिया ने कभी नहीं कहा की तोड़ो इन तीनों महापुरुषों ने मेरे सामने मंच से मेरे हाथ से लाउडस्पीकर लेकर कारसेवकों आपकी इच्छा पूरी हो गई अब आप लोग खंडार से नीचे उतर आओ तीनों लोगों ने एक स्वर से कहा था लेकिन किसी भी कारसेवक ने इनकी बात को नहीं माना है जब नहीं माना टूटना शुरू हो गया तब यह तीनों आडवाणी जी जोशी जी और विजय राजे सिंधिया और वहां से नीचे उतर कर चले गए लेकिन उन लोगों ने कहां है नहीं की दो उन्होंने न तोड़ने की अपील की मूल नेतृत्व था अशोक सिंघल जी का अशोक सिंघल जी और मैं मैं मंच का संचालक था और पूज्य महंत अवैध नाथ जी महाराज अवैध नाथ जी महाराज पूरे समय तक खड़े रहे और उन्होंने कहा जल्दी से जल्दी या ढांचा टूट जाना चाहिए यह खण्डहर टूट जाना चाहिए जब तक नहीं टूटेगा राम मंदिर का निर्माण नहीं हो सकेगा ।

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