बलिया में मनरेगा के नाम पर हुआ करोड़ों का घोटाला, गिर सकती हैं कईयों पर गाज
बलिया। बलिया के बैरिया में महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना मनरेगा में विकास खण्ड बैरिया में वित्तीय वर्ष 2016-2017 में कुल 31 में 26 ग्राम पचायतों के प्रधानों की जानकारी बगैर ब्लाक के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से करोड़ों रुपया हजम करने का मामला प्रकाश में आया है। दलपतिपुर, बैरिया, बलिहार, बैजनाथपुर, भीखाछपरा, चाईछपरा, चकगिरधर, चकिया, दयाछपरा, दुर्जनपुर, गंगापुर, गोन्दियाछपरा, गोपालपुर, गोविन्दपुर, जगदेवा, केहरपुर, मानगढ़, नौरंगा, नवका गांव, शिवाल, श्रीकान्तपुर, श्रीनगर, तालिबपुर, टेंगरही, उपाध्यायपुर व विशुनपुरा में भूमि समतलीकरण के कार्य में लगभग डेढ़ करोड़ का मैटेरियल खरीददारी दिखाकर सरकारी धन का बंदरबाट कर लिया गया। बता दें कि भूमि समतलीकरण में मजदूरों का मजदूरी भूगतान होता है, कोई मैटेरियल लगता ही नहीं है। इसी तरह मजदूरी और मैटेरियल के 60: 40 के अनुपात का भी उल्लंघन किया गया है। चर्चा है कि यह सभी भुगतान खंड विकास अधिकारी बैरिया, एकाउन्टेन्ट व मनरेगा के तत्कालीन लेखाकार के हस्ताक्षर से हुआ है। अगर इस योजना में कराये गये कार्यो की जांच हो तो भारी अनियमितता सामने आयेगी। इस बावत बीडीओ अवधेश कुमार सिंह का कहना है कि तथ्य छिपा कर अधीनस्थ हस्ताक्षर करा लिए होंगे। यह प्रकरण मेरे समक्ष आया है। इसकी जाच कराऊंगा। मनरेगा के डीसी सुरेन्द्र कुमार पाठक से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि चर्चा मेरे कानों तक पहुंची है। जांच करा रहा हूं। पुष्टि होने पर दोषियो के खिलाफ एफआईआर कराऊंगा|
Report- Radheyshyam Pathak