बलिया में हुआ लाखों का घोटाला, बैंक के दो कैशियर समेत एक लेखपाल गिरफ्तार

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बलिया। सरकार बदलने के बाद से ही बलिया में हर कुछ दिनों में कोई न कोई घोटाला देखने को मिल ही जाता हैं | इस बार फिर एक घोटाला सामने आया हिं | बलिया सदर तहसीलदार के सरकारी एकाउंट से लगभग 50-60 लाख रुपये गबन का मामला प्रकाश में आते ही पुलिस ने न सिर्फ मुकदमा दर्ज किया, बल्कि त्वरित कार्रवाई करते हुए भारतीय स्टेट बैंक के दो कैशियर तथा एक लेखपाल को गिरफ्तार भी कर लिया। नामजद एक आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। इन पर तहसीलदार का फर्जी हस्ताक्षर बनाने के साथ ही पुराने चेक पर तिथि बदलकर धन आहरित करने का आरोप है। सदर तहसीलदार जितेन्द्र कुमार सिंह के पास 19 मई को सूचना पहुंची कि उनके सरकारी एकाउंट से अधिक मात्रा में धन का आहरण किया गया है। सूचना मिलते ही तहसीलदार का होश उड़ गया, क्योंकि जितनी धनराशि निकाली गयी थी उतना का चेक बहुत दिनों से कटना बंद है। तहसीलदार जितेन्द्र कुमार सिंह आनन-फानन में भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पर पहुंचे। वहां से पता चला कि चेक की धनराशि का भुगतान भारतीय स्टेट बैंक की शाखा चोगड़ा व नगरा से हुआ है। तहसीलदार ने प्रकरण से जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए नगरा थाने में एसबीआई नगरा के कैशियर राजकुमार तथा लेखपाल हरिशंकर उपाध्याय के खिलाफ तहरीर दिया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 409, 166 भादवि का अभियोग पंजीत करते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी का प्रयास शुरू कर दिया। यही नहीं, तहसीलदार जितेन्द्र कुमार सिंह ने गड़वार थाने में एसबीआई चोगड़ा के कैशियर निर्मेश कुमार सिंह के साथ ही फेफना थाना क्षेत्र के कपूरी निवासी विजय ओझा तथा नगरा के लेखपाल हरिशंकर उपाध्याय के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471, 409, 166 भादवि का अभियोग पंजीत कराया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है।

Report- Radheyshyam Pathak

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