फैजाबाद में कबड्डी कोच की वजह से रात में फूट- फूट कर रोई लड़कियां
फैजाबाद- प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के आकड़ें गवाही देने के लिए काफी है कि उनको सुरक्षा की जरुरत है. आज हम आपको ऐसी खबर बताने जा रहे जो बड़ी घटना की वजह बन सकती थी. मामला जुड़ा हुआ है लापरवाही से , आपके और हमारे घर की बेटियां आये दिन किसी न किसी खेल में भाग लेने के लिए घर से बाहर किसी दूसरें जिले या प्रदेश में जाती है. हम उनको कोच और टीम मैनेजर के भरोसे भेज देते है, इस उम्मीद में की यह उनका ख्याल रखेंगे और सही सलामत वापस लेकर आएंगे. पर आज हम आपको जो बताने जा रहे है उससे आपके पैरों तले जमीन खिसक जायेंगी. फ़ैजाबाद जनपद से महिला कबड्डी की टीम बलिया जनपद में 22 तारीख को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने गयी थी. दो दिन का खेल ख़त्म होने के बाद 24 तारीख को टीम को वापस आना था, लिहाजा पूरी टीम बलिया रेलवे स्टेशन पर पहुँच गयी. टीम की कुछ लड़कियां चोटिल थी, जो सही से चल नहीं पा रही थी.
कोच और टीम मैनेजर की जिम्मेदारी होती है कि टीम को सही सलामत वापस लेकर आये. मामले की शुरुवात यही से होती है, टीम के स्टेशन पहुचने पर ट्रेन चलने वाली थी लिहाजा कोच नीतू साहिबा ट्रेन पर चढ़ गयी और एक बार एक भी जानना जरुरी नहीं समझा की सारी लड़कियां ट्रेन पर है या नहीं. कुल 12 लड़कियों में से 9 लड़कियां तो ट्रेन पर चढ़ गयी. बाकी बची तीन लड़कियां जब ट्रेन पर चढ़ना चाहा तो टीम में अनधिकृत रूप से गए सत्यम यादव ने उन्हें डिब्बे में जगह न होने की बात कहकर चढ़ने नहीं दिया और कहा की दूसरें डिब्बे में चली जाये. छूटी हुई तीन लड़कियों में दो लड़कियां चोटिल थी, लिहाजा वह उतनी फुर्ती से ट्रेन पर नहीं चढ़ सकी और उनकी ट्रेन छूट गयी. लापरवाही की हद देखिये कोच साहिबा नीतू गुप्ता ने एक बार भी न तो ट्रेन रुकवाने की जहमत उठाई और न ही उन लड़कियों के आने का कोई इंतजाम किया. इसे ही कहते है गैरजिम्मेदारी की हद जो की कोच साहिबा ने दिखाई. ट्रेन छूटने के बाद तीनो लड़कियां मनीषा, शिवानी और प्रीति स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने के लिए रोती- बिलखती रही. उनके पास वापस आने के लिए पूरे पैसे तक नहीं थे. बलिया के स्थानीय लोगों की मदद से वह वापस फैजाबाद आ सकी. तो सवाल खड़ा होता है क्या ऐसे गैरजिम्मेदार कोच पर कोई कार्यवाही होगी? अगर लड़कियों के साथ कोई अप्रिय घटना हो जाती तो उसका जिम्मेदार कौन होता. फ़िलहाल यह प्रशासन है और यहाँ कार्यवाही तभी होती है जब कोई घटना हो जाती है. तो इंतजार करिए किसी घटना के होने का.
Report- Gaurav Vikram Singh